आपदा
उत्तराखंड ब्रेकिंग। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश का रेड अलर्ट, आठ जिलों के स्कूल बंद, 100 से अधिक मार्ग अवरुद्ध, देखें ये खास रिपोर्ट:-
उत्तराखंड में अगले कुछ दिन भारी वर्षा जारी रहने की आशंका है। आज शनिवार को भी राज्य के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। कुमाऊं सहित गढ़वाल के आठ जिलों में 12वीं तक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं। वहीं राज्य में 100 मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध चल रहे हैं.।
प्रदेश में भारी वर्षा का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में अगले कुछ दिन भारी वर्षा का सिलसिला जारी रहने का अनुमान है। प्रदेश के सभी जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इसको लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
आठ जिलों में स्कूलों की छुट्टी
पर्वतीय क्षेत्री में भूस्खलन और निचले इलाकों में नदी- नालों के उफान पर आने को लेकर भी चेतावनी दी गई है। इधर प्रशासन ने मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए गढ़वाल मंडल के पौड़ी, रुद्रप्रयाग और कुमाऊं के सभी छह जिलों में 12वीं तक के स्कूलों के साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में शनिवार को अवकाश घोषित किया है।
प्रदेश में लगभग 100 सड़कें बंद
भूस्खलन होने और मालबा आने से प्रदेश में लगभग 100 सड़कें बंद हैं। इस कारण 200 से अधिक गांव आलग-थलग पड़ गए हैं। ग्रामीणों को राशन, सब्जी, दूध समेत रोजमर्रा के अन्य सामान के लिए, जूझना पड़ रहा है। बीमारों को अस्पताल पहुंचाना भी कठिन हो गया है। चारधाम यात्रा मार्ग भी निरंतर अवरुद्ध हो रहे हैं। विद्युत, पेयजल और संचार सेवा भी बाधित होने लगी है।
100 गांव रातभर अंधेरे में रहे
टिहरी जिले के बल्यूड ब्रिजालीयर में मलबा घुसने से 100 गांव रातभर अंधेरे में रहे। करीब 12 घंटे बाद मलबा साफ हुआ, तब क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति सुचारु हुई। रुद्रप्रयाग में केदारघाटी को जोड़ने वाले गौरीकुंड हाईवे पर बनी सुरंग का एक हिस्सा टूटने से आवाजाही बंद कर दी गई है। पौड़ी में नजीबाबाद-बुआरकात राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य मलबा और बोल्डर निरने का सिलसिला जारी है।
नैनी झील का जलस्तर 2.8 फीट बढ़ा
नैनीताल में मूसलधार वर्षा से नैनी झील का जलस्तर 2.8 फीट बढ़ गया है। पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाला धारचूला-तवाघाट मार्ग अब तक नहीं खुल पाया है। इस कारण आदि कैलास से लौटे 35 यात्री तवाघाट के पास फंसे हुए हैं। भूस्खलन से चारचूला के टीवी टावर को खतरा पैदा हो गया है। काली नदी चेतावनी रेखा के ऊपर बह रही है।
स्रोत im