क्राइम
मोहर्रम के दिन शरबत बांट रही थी हिंदू बच्ची, अचानक हो गई लापता और अब…….
इस घटना को 3 साल हो गए हैं, लेकिन राज कुमार पाल और वीणा कुमारी की आंखों के सामने आज भी उनकी मासूम बच्ची हँसते हुए शर्बत बांटते हुए ही नजर आती है.
बच्ची नजर तो आती है, लेकिन मिलती नहीं. दोनों पति-पत्नी बच्ची को याद करते हुए अचानक ही नींद से जाग जाते हैं और फिर रोने लगते हैं. सरकार से उनका भरोसा उठ गया है. फिर भी ना जाने किस उम्मीद वे फिर उठ खड़े होते हैं और हाथों में तख्ती लेकर सरकार के नुमाइंदों के सामने बच्ची को लाने की गुहार लगाने लगते हैं. एक बार फिर वे पाकिस्तान की सड़कों पर ऐसी ही दुहाई देते नजर आए.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 2021 में लापता हुई एक हिंदू लड़की के माता-पिता ने उसके रहस्यमय लापता होने के बाद उसकी बरामदगी की मांग को लेकर कराची शहर में विरोध-प्रदर्शन किया है.
राज कुमार पाल बताते हैं कि उनकी बेटी प्रिया कुमारी सात साल की थी. 19 अगस्त, 2021 का दिन था. पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में सुक्कुर के पास एक छोटे से शहर संगरार में मुहर्रम का जुलूस निकल रहा था.
मोहल्ले के सभी लोग जुलूस में शामिल लोगों को शर्बत बांटने में लगे हुए थे. उनकी बेटी भी लोगों को शर्बत परोस रही थी. लेकिन कुछ देर बाद ही उनकी बच्ची वहां दिखाई नहीं दी. बहुत खोज-बीन की, लेकिन कहीं कोई अता-पता नहीं चला. आज इस बात को दो साल बीत गए हैं, लेकिन उनकी बेटी के बारे में कहीं कोई खोज-खबर तक नहीं है.
बेटी के गम में दुखी और थके हुए माता-पिता, राज कुमार पाल और उनकी पत्नी वीणा कुमारी ने शुक्रवार को कराची के क्लिफ्टन इलाके में प्रसिद्ध तीन तलवार पर विरोध प्रदर्शन किया, ताकि लोगों को याद दिलाया जा सके कि उनकी बेटी अभी भी बरामद नहीं हुई है. राज ने कहा, “उन्होंने हमसे फिर वादा किया है कि वे हमारी बेटी की तलाश कर रहे हैं और वह जल्द ही बरामद हो जाएगी.”
सिंध के गृह मंत्री जिया लैंग्रोव और पुलिस महानिरीक्षक जावेद ओधो उनसे मिलने आए और उन्हें आश्वासन दिया कि एकसंयुक्त जांच दल (जेआईटी) मामले पर काम कर रहा है, जिसके बाद माता-पिता ने अपना विरोध समाप्त कर दिया. जावेद ओधो ने बताया कि तमाम जांच के बाद भी किसी गवाह को याद नहीं है कि छोटी लड़की के साथ क्या हुआ था. उन्होंने कहा कि जेआईटी इस मामले को सुलझाने के लिए दिन-रात काम कर रही है और हमारे पास जल्द ही जवाब होगा.
बच्ची के लापता होने के तीन साल बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. किसी भी गवाह को यह याद नहीं है कि उसने 2021 आशूरा जुलूस के दौरान भारी भीड़ के बावजूद उसे गायब होते देखा था.
सिंध में एक बड़ा हिंदू समुदाय है और राज के अनुसार, प्रिया के लापता होने के बाद, लोगों में अपनी बेटियों और बहनों की सुरक्षा को लेकर अधिक चिंता और भय है. प्रांत के कई हिस्सों में नाबालिग, किशोरी या यहां तक कि विवाहित हिंदू महिलाओं का गायब होना और अपहरण होना असामान्य नहीं है, लेकिन ज्यादातर मामलों में, पीड़ित और उनके अपहरण में शामिल लोग देर-सबेर सामने आते हैं.
पिछले साल की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 2017 में 35 लाख से बढ़कर 2023 में 38 लाख हो गई है. हिंदुओं की इस आबादी के साथ इस्लामिक राष्ट्र पाकिस्तान में सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय बन गया.
स्रोत im