क्राइम
बंगाल में बवाल, महिला साधुओं सहित सुरक्षाकर्मियों को जबरन उठा ले गए बदमाश, ये है पूरा मामला
बंगाल के सिलीगुड़ी स्थित राम कृष्ण मिशन के आश्रम में अराजकतत्वों द्वारा मचाए गए उत्पात की जांच पुलिस ने शुरू किया है। वहीं, उत्पात मचाने वाले आरोपितों ने एससी-एसटी एक्ट का दांव खेला है। अनुसूचित जाति की जमीन पर कब्जा करने का आरोप मिशन पर लगाया है। राम कृष्ण मिशन के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद हुई इस घटना से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
चुनावी सभाओं के लेकर इंटरनेट मीडिया पर भाजपा के नेता इस घटना को लेकर राज्य की ममता सरकार की घोर निंदा कर रहे हैं। सिलीगुड़ी के चार माइल स्थित राम कृष्ण मिशन के आश्रम ‘सेवक हाउस’ में विगत रविवार को भोरपहर अराजकतत्वों जमकर उत्पात मचाया।
स्वामी शिवप्रेमानंद ने भक्ति नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई
उक्त घटना के खिलाफ राम कृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी शिवप्रेमानंद ने भक्ति नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उन्होंने कहा है कि सालूगाड़ा निवासी प्रदीप राय अपने शागिर्दों के साथ आश्रम परिसर में जबरन घुसे और वहां के सुरक्षा कर्मी समेत साधुओं को हथियार के बल पर परिसर से निकलने की धमकी दी। बल्कि कुछ साधू (महिला भी शामिल) और सुरक्षा कर्मियों को जबरन गाड़ी में डाल न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के निकट सड़क पर छोड़ दिया।
मामला प्रकाश में आते ही राजनीतिक घमासान शुरू
मामला प्रकाश में आते ही राजनीतिक स्तर पर घमासान शुरू हो गया। इसके बाद प्रदीप राय ने भी राम कृष्ण मिशन आश्रम के खिलाफ जबरन जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उधर, भक्ति नगर थाना पुलिस का कहना है कि प्रदीप राय का आरोप है कि वे अनुसूचित जाति के हैं और जिस जमीन पर आश्रम स्थित है, वह उनकी पैतृक संपत्ति है। जमीन पर जबरन कब्जा जमाकर आश्रम प्रबंधन उन्हें प्रताड़ित कर रहा है।
इस आधार पर जमीन पर दावा ठोंका
पुलिस के खुफिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार करीब 97 कट्ठा जमीन पर राम कृष्ण मिशन आश्रम का सेवक हाउस स्थित है। वह जमीन सालूगाड़ा निवासी किसी टुकरा सिंह की थी। उन्होंने स्वेच्छा से उक्त जमीन राम कृष्ण मिशन को दान दी थी। संतान के अभाव में उसने एक लड़की को गोद लिया था। प्रदीप राय उसी का वारिस है और उसी आधार पर वह उक्त जमीन पर दावा भी ठोंक रहा है।
मामला कोलकाता हाई कोर्ट में विचाराधीन
हालांकि उक्त जमीन का मामला कोलकाता हाई कोर्ट के जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच में न्यायाधीश विश्वजीत बासू की अदालत में विचाराधीन है। इसी क्रम में राजगंज ब्लाक भूमि व भूमि सुधार विभाग ने जमीन से संबंधित रिपोर्ट भी अदालत में पेश की गई है। मामले की अगली सुनवाई 14 जून को होनी है। सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के डिप्टी पुलिस कमिश्नर (हेडक्वार्टर) तन्मय सरकार ने कहा कि दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
स्रोत im