क्राइम
दुर्भाग्यपूर्ण। यहां स्वतंत्रता दिवस पर नहीं मिली मिठाई तो छात्रों ने शिक्षक को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, और फिर……
बक्सरः जलेबी को भारत की राष्ट्रीय मिठाई कहा जाता है. स्वतंत्रता दिवस पर तो जहां भी समारोह का आयोजन किया जाता है वहां जलेबीजरूर बंटती है. ऐसे में जलेबी नहीं मिलेगी तो बवाल होना लाजिमी है.
बिहार के बक्सर के एक स्कूल में भी हो गया जलेबी के लिए बवाल. दरअसल जलेबी नहीं मिलने से नाराज छात्रों ने शिक्षक से जलेबी को लेकर पहले सवाल पूछा और फिर विवाद इतना बढ़ा कि छात्रों ने शिक्षक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा.
जलेबी-कचौड़ी के लिए हुआ भारी बवालः
घटना बक्सर जिले के मुरार के इंटर स्तरीय हाई स्कूल की है, जहां 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान स्कूल के छात्रों को जलेबी-कचौड़ी नहीं मिली तो शिक्षक की ही धुनाई कर डाली. जलेबी के लिए हुए बवाल की ये खबर पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गयी है.पहले हंगामा फिर पिटाईः
छात्रों का कहना है कि प्रत्येक साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को बड़े पैमाने पर स्कूल के छात्र -छात्राओ के अलावे गांव के बच्चे विद्यालय में एकत्रित होते हैं.इस बार उनकी संख्या अधिक होने के कारण उन्हें मिठाई देने के बजाए शिक्षक दुर्व्यवहार कर भगाने लगे.
जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया और फिर मारपीट होने लगी.स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया.
शिक्षक को आई चोटः
इस घटना में शिक्षक और छात्रों को हल्की चोटें भी आई हैं. घटना के बाद नाराज शिक्षक छात्रों और गैर छात्रों के खिलाफ शिकायत करने थाने पहुँचे. लेकिन थाने में अधिकारियो की व्यस्तता को देखते हुए वापस लौट गए. बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी के विद्यालय के शिक्षकों शनिवार के दिन थाने पर बुलाया है.
“छात्रों के हंगामा करने की सूचना मिलने के साथ ही पुलिस की एक दल को वहां भेजा गया.लेकिन सब कुछ सामान्य था.
हेडमास्टर से फोन पर हमने बात करने के बाद शिक्षकों को कल थाने बुलाया है. अभी तक कहीं से मारपीट की जानकारी सामने नही आई है.”-कमल नयन पांडेय, थाना प्रभारी, मुरारकल फैसला करेंगे।
शिक्षक: इस मामले को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुशील कुमार ने एक न्यूज चैनल को फोन पर बताया कि शिक्षक की गैर छात्रों ने बांस की छड़ी और डंडे से पिटाई की,जिसमें उनको काफी छोट आई है.
जिसके बाद हमलोग एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुँचे तो वहां स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम चल रहा था.जिसके कारण हमलोग लौट आये.कल विद्यालय के सभी शिक्षक बैठकर आगे का निर्णय लेंगे.
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