उत्तराखंड
Uttarakhand: हल्द्वानी के लिए नासूर बन चुके इस गैंग के 11 लोगों को गैंगस्टर एक्ट के तहत भेजा गया जेल
हल्द्वानी।
कुछ दिन पूर्व हल्द्वानी दौरे पर पहुंचे डीजीपी अभिनव कुमार ने शहर के लिए नासूर बन चुकी आइटीआइ गैंग को उसकी असल जगह पहुंचाने की बात कही थी।
अब एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर काठगोदाम पुलिस ने इस गैंग से जुड़े 11 लोगों को गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। इसमें एक गैंग लीडर भी शामिल है। पेशी के बाद न्यायालय के आदेश पर इन्हें जेल भेज दिया गया है। सूत्रों की माने तो पुलिस ने गैंग से जुड़े और कई लोगों की लिस्ट तैयार कर ली है। इन पर भी कार्रवाई होगी।
आइटीआइ गैंग के सदस्यों ने हल्द्वानी में आतंक मचा रखा है। सड़क से लेकर सार्वजनिक कार्यक्रमों में इनका झुंड मारपीट पर उतारू हो जाता है। मई 2022 में शीशमहल मेें हुए बवाल के बाद उठी अफवाहों से सांप्रदायिक तनाव की स्थिति तक पैदा हो गई थी। लेकिन पुलिस जांच में पता चला था कि इसमें भी आइटीआइ गैंग का हाथ है।
दूसरी तरफ हाल में पुलिस ने 11 लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में प्राथमिकी दर्ज की थी। ये सभी आइटीआइ गैंग से जुड़े थे। कुछ चेहरे शीशमहल में हुए बवाल में भी शामिल थे। इसके बाद काठगोदाम एसओ विमल मिश्रा के नेतृत्व में टीम सभी की तलाश में जुट गई। घरों से अन्य जगहों पर दबिश देकर इन्हें गिरफ्तार कर लिया। एसओ के अनुसार पेशी के बाद न्यायालय के आदेश पर इन्हें जेल भेज दिया गया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
गैंग लीडर अंकित जायसवाल निवासी वार्ड 12, पंकज चौहान निवासी डहरिया, भुवन बिष्ट निवासी डालाकोटी कंपाउंड, प्रियांशु सती निवासी डहरिया, फैसल निवासी वारसी कालोनी, मो. लारिफ सिद्दीकी निवासी टनकपुर रोड, शोएब निवासी जवाहर नगर, इरशाद निवासी चौघानपाटा, शाकिब निवासी वारसी कालोनी, अरबाज निवासी वार्ड 15 और फईम निवासी वार्ड 15।
गिरफ्तार करने वाली टीम
-चौकी इंचार्ज खेड़ा मनोज कुमार, इंचार्ज मल्ला काठगोदाम फिरोज आलम, सिपाही संतोष सिंह, टीका राम, अशोक रावत व कारज सिंह।
स्रोत im