क्राइम
(यूनिवर्सिटी में छात्राओं के नहाते समय वीडियो बनाने का मामला) वीडियो बनाने वाली छात्रा और उसके बॉयफ्रेंड को पुलिस ने यहां से किया गिरफ्तार, हुए कई खुलासे, देखें रिपोर्ट:-
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हास्टल में छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाने के मामले में पुलिस ने आरोपित छात्रा को हिमाचल प्रदेश के शिमला से गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। हास्टल की कुछ छात्राओं ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि मामले के खुलासे के बाद आरोपित छात्रा के फोन से वार्डन ने बनाए गए सभी एमएमएस डिलीट करवा दिए थे।
पंजाब पुलिस शिमला मे गिरफ्तार किए गए युवक से पूछताछ कर रही है
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में नहाती हुई छात्राओं के वीडियो बनाकर लीक करने के मामले में आरोपित युवती के ब्वायफ्रेंड को शिमला से गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जाता है कि पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। उसके माध्यम से कई खुलासे होने की बात कही जा रही है। इस मामले में आरोपित छात्रा के बाद यह दूसरी गिरफ्तारी है। फिलहाल शिमला पुलिस ने इस मामले में कुछ भी कहने से इंतजार कर रही है। सूत्रों के अनुसार आरोपित युवक ढल्ली क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है।
छात्राओं ने बताया- मामला पकड़े जाने के बाद वार्डन ने डिलीट कराए थे आपत्तिजनक वीडियो
एमएमएस घटनाक्रम के बाद उसी हास्टल में रहने वाली छात्रा ने बताया कि छात्राओं को शनिवार देर शाम से ही शक था। इसके बाद एमएमएस बनाने वाली लड़की को बाथरूम के बाहर से दूसरी छात्राओं ने शूट करते हुए पकड़ा गया था और छात्राओं ने इसकी शिकायत वार्डन को दी।
छात्रा ने बताया कि इसके बाद वार्डन ने लड़की को डांटा था और सभी एमएमएस डिलीट करवाए थे। छात्रा के अनुसार छात्राएं शानिवार रात आठ बजे से धरना दे रही थीं। धरने के बाद कुछ छात्राओं की हालत बिगड़ी थी जिन्हें कैंपस में बने स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। छात्रा ने बताया कि धरना रात आठ बजे शुरू हुआ था। इसके बाद पहले वार्डन और उसके बाद पुलिस मौके पर आई थी। पुलिस ने छात्राओं से एमएमएस मांगे थे जिसके बाद शिकायत दर्ज करने के लिए बोल रहे है।
पहले लड़कों का था हास्टल
हास्टल छात्रा ने बताया कि यह हास्टल पहले लड़कों का था। गैलरी और कारिडोर में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया था। इसके चलते बाहर होने वाली गतिविधि की जानकारी भी किसी को नहीं हो सकती थी।
दिनभर मचा रहा हड़कंप
मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एलई (गर्ल हास्टल) के डी ब्लाक में नहाती हुई छात्राओं की वीडियो वायरल होने का मामला सामने आने के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में दिनभर में हडक़ंप मच रहा। आरोप लगा कि वीडियो हास्टल की ही एमबीए फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट्स ने बनाया। गर्ल्स हास्टल की छात्राओं के अनुसार करीब 60 युवतियों की नहाते समय की वीडियो वायरल की गई। लेकिन, पुलिस ने जो एफआइआर दर्ज की है उसमें छह छात्राओं की बाथरूम में नहाते ही वीडियो वायरल होने की बात कही गई है।
आरोपित छात्रा शिमला में अपने ब्वाय फ्रेंड को भेजती थी
जांच में सामने आया है कि वीडियो बनाने वाली युवती अपने शिमला निवासी ब्वायफ्रेंड को यह वीडियो भेज रही थी। इस मामले में खरड़ थाने में युवती के खिलाफ आइपीसी की धारा 354सी व आइटी एक्ट की धारा (66ई) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं, मोहाली पुलिस की तीन टीमें आरोपित युवक को पकडऩे के लिए शिमला रवाना हो गई। जांच में यह बात सामने आई कि वीडियो बनाने वाली युवती हिमाचल के रोहडू की रहने वाली है। उसके स्वजनों को मामले की जानकारी दे दी गई है।
गर्ल्स हास्टल की वार्डन ने वीडियो बनाते पकड़ा
यह मामला मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के गांव लदनौर की रहने वाली रीतू रनौत के बयान पर दर्ज किया गया है। रीतू चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घडुंआ के डीएसडब्ल्यू डिपार्टमेंट के गर्ल्स हास्टल में बतौर मैनेजर तैनात है। जानकारी के अनुसार, 17 सितंबर को दोपहर करीब तीन बजे गर्ल्स हास्टल की वार्डन राजविंदर कौर को हास्टल की छात्राओं ने बताया कि हास्टल की एक लड़की बाथरूम में छात्राओं की नहाते समय की वीडियो बना रही है।इसके बाद हास्टल वार्डन ने मामला हास्टल मैनेजर के ध्यान में लगाया। इसके बाद वीडियो बनाने वाली युवती को पकड़ा गया।
सन्नी नाम के ब्वायफ्रेंड को भेजती थी वीडियो
हास्टल मैनेजर ने जब युवती को पकड़ कर उसका मोबाइल चेक किया तो उसने अपने मोबाइल से अपने ब्वायफ्रेंड सन्नी के नंबर पर वीडियो सेंड की गई थी, लेकिन बाद में वह वीडियो डिलीट की हुई थी। वहीं सन्नी के मोबाइल नंबर पर युवती को लगातार मैसेज व काल आ रही थी।
हास्टल मैनेजर ने युवती को स्पीकर आन कर अपने ब्वायफ्रैंड से बात करने को कहा। सन्नी से युवती ने कहा कि उसके पास से वीडियो व फोटो डिलीट हो गई है, वह उसे दोबारा यह वीडियो भेजे। इस पर युवक ने एक स्क्रीन शाट भेजा जिसमें उस युवती की खुद की फोटो थी। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से पुलिस के ध्यान में मामला लाया गया।
स्रोत इंटरनेट मीडिया