जन मुद्दे
PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में सड़कों पर बह रहा सीवर का पानी, नाराज जनता ने इन्हें बनाया बंधक
वाराणसी। सरायनंदन खोजवा इलाके में सीवर समस्या से परेशान स्थानीय लोगों ने रविवार को चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम व प्रदर्शन की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे स्थानीय पार्षद रीता सेठ के पति पूर्व पार्षद अशोक सेठ को बंधक बना लिया। उन्हें कुर्सी पर बैठा कर रस्सी से बांध दिया। सूचना के चार घंटे बाद मौके पर पहुंचे गंगा प्रदूषण के अवर अभियंता केके वर्मा को भी लोगों ने बंधक बना लिया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची। उसने अवर अभियंता को तो मुक्त करा दिया, लेकिन पार्षद के पति पूर्व सभासद को नहीं छोड़ा। उन्हें सुबह 11 बजे से शाम सात बजे तक लोगों ने बंधक बनाए रखा।
पार्षद रीता सेठ बताया कि खोजवा चुंकी के पास नाला व सीवर जाम की सूचना करीब 15 दिन पहले जलकल, नगर निगम, गंगा प्रदूषण के जेई, जलनिगम के जेई सहित सभी को दी गई है। सभी विभाग एक दूसरे में टाल-मटोल कर रहे थे। सीवर लाइन ओवरफ्लो होने से पेयजल की आपर्ति भी दूषित हो रही है। जलकल और गंगा प्रदूषण विभाग के कर्मचारियों की आपसी खींचतान का खामियाजा स्थानीय नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। इससे नाराज क्षेत्रीय नागरिकों ने मुझे ही बंधक बना लिया।
जलकल के जूनियर इंजीनियर मनीष सिंह ने बताया कि खोजवा चुंगी के पास स्टार्म वाटर लाइन के मैनहोल विगत एक हफ्ते से ओवरफ्लो की शिकायत मिली थी। चार दिन से लगातार लाइन की सफाई और मरम्मत कार्य किया गया। इसके बाद भी गंदा पानी ओवरफ्लो कर रहा है। जांच में पाया गया कि स्टार्म वाटर लाइन की सफाई विगत कई वर्षों से नहीं होने कारण उसके चेंबर से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर फैल रहा है। इसकी मरम्मत के लिए अधिशासी अभियंता जलकल के द्वारा परियोजना प्रबंधक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को गत सात मार्च को पत्र भी लिखा गया था।
विरोध प्रदर्शन के बाद गंगा प्रदूषण इकाई ने जेसीबी मंगवाकर शाम साढ़े चार बजे काम शुरू करवाया। उधर, महापौर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि नाला व सीवर की सफाई के लिए गंगा प्रदूषण व जल निगम से जलकल विभाग से कई बार अनुरोध कर चुका था। इसके बाद भी सफाई नहीं हो रही थी। प्रदर्शन करने वालों में कन्हैया गुप्ता, सत्यनारायण गुप्ता, रवि गुप्ता, बबलू गुप्ता, आशा चौरसिया, रेखा चौरसिया, राजकुमार सेठ, आकाश गुप्ता, मदन सेठ, बाबूलाल शर्मा आदि थे।