उत्तर प्रदेश
(दरिंदगी) नाबालिग लड़की से किया गैंगरेप, बाद में हैवानों तोड़े हाथ-पैर, मरा समझकर जंगल में छोड़कर भागे
आगरा: आगरा में लड़की से हैवानियत का मामला सामने आया है। शुक्रवार सुबह लड़की बेहोशी की हालत में सड़क किनारे मिली। सूचना मिलते ही घरवाले और पुलिस मौके पर पहुंची। आनन-फानन में लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उसका इलाज चल रहा है। हालांकि वह अभी बोल पाने की स्थिति में नहीं है।
पीड़िता के भाई का आरोप है कि दरिंदों ने गैंगरेप किया। जंगल में घसीटा फिर उनके हाथ-पैर तोड़ दिए। गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की। आरोपी लड़की को मरा समझकर फरार हो गए। वह रातभर जंगल में तड़पती रही। थोड़ा होश आने पर किसी तरह घिसटती हुई जंगल से सड़क तक पहुंचीं। पुलिस ने भाई की तहरीर पर रेप की एफआईआर दर्ज कर ली है।
परिजन के मुताबिक, बेटी गुरुवार दोपहर अपनी मौसी के घर जाने के लिए निकली थी, लेकिन वहां नहीं पहुंची। परिजन यह समझते रहे कि वह होली खेल रही होगी। शाम छह बजे तक जब वह घर नहीं लौटी तो चिंता हुई। पता किया तो मालूम हुआ कि वह मौसी के घर नहीं पहुंची थीं। काफी तलाशने पर भी वह नहीं मिलीं। शुक्रवार सुबह एक राहगीर के जरिए जंगल में मिलने की सूचना मिली।
पीड़िता के भाई ने बताया है कि जब हम मौके पर पहुंचे तो देखा कि बहन की हालत बहुत खराब थी। दो मिनट तक होश में थी फिर बेहोश हो गई। शरीर पर कपड़े नहीं थे। आंख से खून बह रहा था। लग रहा कि गैंगरेप कर दरिंदों ने बुरी तरह से नोंचा है। जंगल में दरिंदों ने घसीटकर तड़पाया है। पीठ और सिर छिला है। ऐसा लग रहा है कि दरिंदे मरा हुआ समझकर जंगल में फेंक गए। बहन रातभर वहां पर पड़ी रही। सुबह उसे जब होश आया तो किसी तरह सड़क तक पहुंची।
पुलिस बोली- पीड़िता अभी बोल नहीं पा रही
थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही का कहना है कि किशोरी के शरीर पर चोट के निशान हैं। काफी मारा पीटा गया है। भाई की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। किशोरी के बयान दर्ज किए जाने की कोशिश की जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। हालांकि पीड़िता अभी बोल नहीं पा रही है। स्थिति सही होने पर बयान दर्ज किए जाएंगे। पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है।
स्रोत इंटरनेट मीडिया