उत्तराखंड
(बिग ब्रेकिंग) रुद्रपुर में जहरीली गैस ने फिर मचाया तांडव, पढ़ें खास रिपोर्ट:-
ट्रांजिट कैंप में जहरीली गैस के रिसाव को हुए अभी 15 दिन भी नहीं हुए हैं कि अब सिडकुल की मेटलमैन माइक्रो टर्नरर्स (MMT) फैक्ट्री में गंदे पानी का टैंक साफ करने के दौरान छह मजदूर गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए।
इसका पता चलते ही फैक्ट्री प्रबंधन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में गंभीर हालत में तीन लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि तीन की हालत सामान्य बनी हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जानकारी लेते हुए घटना की जांच शुरू कर दी है।
सिडकुल के सेक्टर 9 में है फैक्ट्री
पुलिस के मुताबिक, खेड़ा निवासी सुरेश, सचिन और रमेश देहाड़ी मजदूर हैं। रविवार सुबह तीनों को सिडकुल के सेक्टर 9 स्थित एमएमटी फैक्ट्री में मजदूरी कराने के लिए ले जाया गया था। बताया जा रहा है कि वहां पर उनसे थिनर टैंक की सफाई करने को कहा गया। जैसे ही वे टैंक की सफाई करने के लिए उतरे तो टैंक से निकली गैस के कारण खेड़ा निवासी सुरेश बेहोश हो गया और टैंक पर ही गिर गया।
तीनों को ले गए अस्पताल
सुरेश को बेहोश होता देख उसके साथी सचिन और रमेश ने शोर मचाते हुए उसे बचाने का प्रयास किया। मगर इतने में ही वे भी बेहोश हो गए। शोर होने पर फैक्ट्री के तीन कर्मचारियाें ने उन्हें जैसे-तैसे बाहर निकाला तो तीनों कर्मचारी भी गैस की चपेट में आ गए। इसका पता चलते ही फैक्ट्री अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में बेहोश हुए सुरेश, सचिन और रमेश को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां एक ही हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस भी पहुंची, फैक्ट्री प्रबंधन पर हो सकती है कार्रवाई
सूचना पर सिडकुल चौकी प्रभारी पंकज कुमार पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली। साथ ही अस्पताल पहुंचकर तीनों मजदूरों का हाल जाना। सीओ पंतनगर तपेश कुमार ने बताया कि गैस की चपेट में आकर छह मजदूर बेहोश हुए थे। तीन की हालत सामान्य है, जबकि तीन लोगों को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जांच की जा रही है, इसके बाद फैक्ट्री प्रबंधन के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ठेकेदार लेकर आया था मजूदरों को
ग्रीन पार्क निवासी प्रवीन साफ-सफाई करने के ठेके लेता है, जिसने रविवार को अपने साथ काम करने वाले प्रीत विहार निवासी प्रकाश से कुछ मजदूरों को लेकर एमएमटी फैक्ट्री पहुंचने को कहा था। इसके बाद प्रकाश खेड़ा निवासी सुरेश, सचिन और रमेश के साथ ही प्रीत विहार निवासी दिनेश को मजदूरी के लिए फैक्ट्री ले गया। बिना सुरक्षा उपकरण के ही वे गंदे पानी के टैंक में उतरे थे। घटना के बाद सुरेश, सचिन और रमेश तथा प्रकाश को किच्छा रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि ठेकेदार प्रवीन और दिनेश को काशीपुर रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पांच सौ रुपये की मजदूरी थी मिलनी, स्वजनों का बुरा हाल
गंदे पानी के टैंक की सफाई करने के दौरान सुरेश, सचिन और रमेश बेहोश हो गए। तीनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सुरेश की हालत गंभीर देख उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। इस दौरान सचिन ने बताया कि नगर निगम के पास से प्रीत विहार निवासी प्रकाश उन्हें मजदूरी के लिए ले गया था। इसके लिए तीनों को पांच-पांच सौ रुपये देने की बात हुई थी। इधर, आईसीयू में भर्ती सुरेश के स्वजनों को जब घटना का पता चला तो वह अस्पताल पहुंच गए। सुरेश की पत्नी सुंदरी और सचिन तथा रमेश के स्वजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
स्रोत:- इंटरनेट मीडिया