उत्तराखंड
(बड़ी खबर) आपदा प्रभावित पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगा गयीं इस राष्ट्रीय पार्टी की राष्ट्रीय मुखिया, पढ़ें आखिर क्या रहा पूरा मामला
लालकुआं। जहां एक ओर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तमाम राजनीतिक दलों के नेता लगातार निरीक्षण कर रहे हैं और आपदा प्रभावितों को आश्वासन देने का काम कर रहे हैं तो वहीं एक ऐसी पार्टी और उस पार्टी के मुखिया भी हैं जो पीड़ितों को तत्काल मदद देने का काम कर रही हैं।
जी हां……आज हम बात कर रहे हैं जनता कैबिनेट पार्टी की जिसने प्रदेश में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है और इसकी मुखिया है भावना पांडे जिन्होंने पीड़ितों को सरकार से अधिक एवं सरकार से पहले मदद देने का काम किया है। भावना पांडे आज एक ऐसा नाम बनकर उभरी हैं जिन्हें हर कोई आशीर्वाद दे रहा है। उत्तराखंड की राज्य आंदोलनकारी बेटी कही जाने वाली भावना पांडे आज एक बड़ा नाम बन चुकी है और उनके प्रभावित क्षेत्रों में दस्तक मात्र से ही विरोधी परेशान हो उठे हैं।
आज की बात करें तो उन्होंने बिंदुखत्ता के आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा ही नहीं किया बल्कि तत्काल पीड़ितों को 11-11 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने के साथ ही उन्हें चारपाई, कंबल गद्दे, बर्तन इत्यादि भी उपलब्ध करा दिए। भावना पांडे की मौजूदगी मात्र से ही पीड़ित परिवारों के आंखों में आंसू छलक पड़े और हर किसी का आशीर्वाद भावना पांडे के साथ है ऐसा कहते हुये पीड़ितों की जुबान नहीं थक रही थी। वही भावना पांडे ने कहा कि वह भी किसी समय ऐसे ही दौर से गुजर चुकी हैं और उनका परिवार भी बेहद ही गरीब था मगर आज वह इस काबिल है कि पीड़ितों की मदद कर सकें इसके लिए वह अपने माता-पिता और ऊपर वाले का सौभाग्य मानती हैं। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड की बेटी हैं और हर पीड़ित, गरीब एवं निर्बल वर्ग के साथ हैं और कभी भी भविष्य में जरूरत पड़ेगी तो वह सभी की मदद के लिए तैयार हैं। उन्होंने सेंचुरी पेपर मिल के अधिकारियों से भी निवेदन करते हुए कहा कि यदि मिल प्रबंधन ने लोगों की मदद करनी ही है तो पक्के मकान बनाकर करें ना कि रस्म अदायगी न करें।
उन्होंने दो टूक कह डाला की एक माह के अंदर सरकार और मिल प्रबंधन यदि प्रभावित परिवारों को पक्के मकान बनाकर नहीं देता है तो वह प्रभावितों के लिए स्वयं ही मकान बना कर देंगी। उनका ऐसा ऐलान करते ही तालियों की गड़गड़ाहट से क्षेत्र गुंजायमान हो उठा और भावना पांडे जिंदाबाद के नारों से तत्काल पीड़ित एवं प्रभावित क्षेत्रवासियों ने नारे लगा दिये।