उत्तराखंड
(लालकुआं) राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के उपलक्ष्य में ABVP के कार्यकर्ताओं ने राजकीय इंटर कॉलेज लालकुआं में किया “विचार गोष्ठी” का आयोजन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लालकुआं इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय इंटर कॉलेज लालकुआं में “विचार गोष्ठी” कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन धर्मवीर जी ने किया । जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में समाज सेवी कमलेश चंदोला जी ने विद्यार्थी परिषद् के सेवा कार्यों और छात्र हित में कार्य करने वाली विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन की बात को कहते हुए कहा कि यदि समाज में जीना सीखना है तो विद्यार्थी परिषद् एक मात्र ऐसा छात्र संगठन है जहां पर कार्यकर्ता विकास किया जाता है ।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती आशा शैली जी ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए पर्यावरण सुरक्षा हेतु अधिक से अधिक वृक्षारोपण करके प्रकृति को बचाने का संदेश दिया ।
आशा आशा शैली जी जो की उत्तराखंड टीलू पुरुस्कार से समानित है और देश विदेश का दौरा करते हुए कई पुरुस्कारों से समानीत की गई है इन्होंने अपना जीते जी अपना शरीर हल्द्वानी के मेडिकल कॉलेज सरकारी हॉस्पिटल में दान किया है
मुख्य वक्ता मिथलेश सिंह ने अपने विद्यार्थी जीवन पर जिक्र करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद् के 74 पूर्ण हो गए हैं और 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, जब देश आजाद हुआ तो देश के सामने अनेको चुनौतियां थी जिसमें देश को संगठित करना व राष्ट्र का पुनर्निर्माण हेतु एबीवीपी ने 1948 से कार्य करना शुरू किया व 9 जुलाई 1949 को विधिवत दिल्ली में पंजीकृत हुआ।
मुकेश सिंह जी ने कहा कि संगठन विस्तार एवं सर्व स्पर्शी, सर्वव्यापी कार्य करने हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित राष्ट्र के प्रति समर्पित व संस्कारित छात्र शक्ति तैयार हो ऐसी आव्हान किया।
विकाश गुप्ता जी ने कहा कि अभाविप की 1949 मांगपत्र में विद्यार्थी परिषद
राष्ट्रीय भाषा हिंदी हो, राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम, देश का नाम इंडिया नही भारत हो। इस दौरान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अभिमन्यु ओझा, तहसील प्रमुख रजनीश सिंह, तहसील संयोजक अरविंद, नगर कार्यकारिणी सदस्य आयुष उपाध्याय, अभय यादव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।