उत्तराखंड
(लालकुआं) यहां संवेदनहीनता की हदें पार, और मानवता भी हुई शर्मसार, लाश को रेलवे कार्यालय के समक्ष पीड़ित लगा रहे न्याय की गुहार
लालकुआं
रिपोर्टर:- शैलेन्द्र कुमार सिंह
लालकुआं में संवेदनहीनता की हदें तब पार हो गई जब रेलवे के ठेकेदार के अंडर में काम करने वाले एक युवक की मौत के बाद परिजनों को मुआवजे के लिए लाश को रेलवे कार्यालय के समक्ष रखकर प्रदर्शन करना पड़ गया। और मानवता तब शर्मसार हुई जब घंटों लाश को रेलवे कार्यालय के समक्ष रखने के बाद भी परिजनों को आश्वासन तक नहीं मिला।
दरअसल मामला लालकुआं के राजीव नगर बंगाली कॉलोनी क्षेत्र में रहने वाले रेलवे के ठेका श्रमिक राजकुमार की मौत से जुड़ा है युवक की मृत्यु बीती शाम 4:30 बजे के आसपास किसी अज्ञात कारणवस हो गई आनन-फानन में कुछ लोगों ने युवक को अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया किसी तरह परिजनों को इसकी सूचना मिली जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम करने के बाद आज युवक का शव परिजनों को सौंप दिया।
मामला तब शुरू हुआ जब परिजन राजकुमार को अंत्येष्टि के लिए मुक्तिधाम में जा रहे थे, मुक्तिधाम ले जाने से पूर्व परिजन रेलवे कार्यालय के समक्ष लाश को लेकर धरने पर बैठ गए और देखते ही देखते मामला तूल पकड़ गया। बताते चलें कि राजकुमार के पिता का कुछ वर्ष पूर्व देहांत हो चुका है और वह रेलवे के ही कर्मचारी थे और इसी वर्ष जून में उनकी माता जी का भी निधन हो गया राजकुमार अपनी पत्नी और दो बहन सहित 5 वर्ष की बच्ची पीछे छोड़ गए।
नन्ही बच्ची के भविष्य को संवारने के लिए परिजनों ने रेलवे गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू किया और बमुश्किल रेलवे के अधिकारीगण मौके पर पहुंचे। हालांकि रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के इंस्पेक्टर तरुण वर्मा ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तत्काल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता शुरू की। इधर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व चेयरमैन पवन चौहान घटना की सूचना मिलने के बाद से ही परिजनों के घर से लेकर मौके तक मौजूद रहे उन्होंने भी दूरभाष पर रेलवे के कई अधिकारियों से वार्ता की मगर समाधान नहीं निकल सका इस दौरान उनकी रेलवे अधिकारियों से तीखी नोकझोंक भी हुई।
सोशल मीडिया पर खबर वायरल होते ही कई नेता भी मौके पर पहुंचना शुरू हो गए पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हेमंत द्विवेदी और उसके बाद विधायक नवीन दुम्का भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता की और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने को कहा मगर रेलवे के ठेकेदार द्वारा चंद रुपयों का आश्वासन देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई मगर परिजन और क्षेत्रवासी नहीं माने और रेलवे व रेलवे के अधिकारियों से ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी इधर सूचना मिलते ही वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हेमवती नंदन दुर्गापाल के मौके पर पहुंचे पीड़ित परिवार का हालचाल जाना। समाचार लिखे जाने तक परिजनों का धरना प्रदर्शन जारी था और तमाम नेता मौके पर मौजूद थे।
संवेदनहीनता के बीच दिखी संवेदनशीलता:-
संवेदनहीनता के बीच संवेदनशीलता तब नजर आई जब धरने पर बैठे परिजनों को ठंड से बचाने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व चेयरमैन पवन चौहान ने टेंट और गद्दे की व्यवस्था कर दी तो वही युवा कांग्रेसी नेता एवं आजाद नगर वार्ड नंबर 4 के सभासद दीपक बत्रा ने मौके पर पहुंचकर नन्ही बच्ची और उनके परिवार वालों को कंबल उपलब्ध कराए। वहीं पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष संजीव शर्मा ने चाय की इत्यादि की व्यवस्था की। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता ओमपाल कश्यप ने अलाव जलाने की व्यवस्था कर दी, इन सब कार्यों की क्षेत्रवासियों ने सराहना भी की।