उत्तराखंड
(लालकुआं चुनाव) दीपेंद्र सिंह कोश्यारी की दमदार एंट्री को ऐसे समझें:-
लालकुआं
रिपोर्ट:- शैलेन्द्र कुमार सिंह
युवा भाजपा नेता दीपेंद्र सिंह कोश्यारी के लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में कदम रखने के बाद हर जगह उनके चर्चे सुनने को मिल रहे हैं, कोई उन्हें पैराशूट नेता की संज्ञा दे रहा है तो कोई युवा मुख्यमंत्री और युवा सरकार के नारे के तहत उन्हें युवा श्रेणी में रखकर उनसे उम्मीद लगाए बैठा है, हालांकि इसमें कोई दोराय नहीं कि लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधानसभा निवासी के अलावा अन्य दावेदारों की फौज तैयार है मगर मौजूदा समय में लालकुआं विधानसभा के वासियों को ऐसे नेता की आवश्यकता है जो ज्वलनशील मुद्दों पर प्राथमिकता एवं तत्परता से काम कर सके क्योंकि यह एक ऐसी विधानसभा है जहां बड़े पैमाने पर समस्याओं का अंबार लगा है, यदि बिंदुखत्ता राजस्व की गांव की बात करें तो इस मसले पर अभी तक कोई सार्थक समाधान किसी भी सरकार ने नहीं निकाला है।
वही लालकुआं वासियों के मालिकाना हक का मुद्दा आज भी अधर में लटका है, सीमा विस्तार की बात करें तो नगर पंचायत से सटी कई कॉलोनी है आज भी सीमा विस्तार के तहत इसकी जद में आने से वंचित रह गई है जिसके चलते हैं निकाय सुविधाओं का लाभ आसपास की कॉलोनियों को नहीं मिल पा रहा है। रोडवेज बस अड्डा या बस स्टॉप की बात करें या फिर ट्रांसपोर्ट नगर की, शहीद मोहन नाथ गोस्वामी मिनी स्टेडियम के बाद करें या फिर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की, लालकुआं विधानसभा में यह सभी सुविधाएं आज भी अधर में लटकी हैं। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी आज तक इन सुविधाओं का लाभ जनता को नहीं मिल पाया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता दीपेंद्र सिंह कोश्यारी के लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में कदम रखने के बाद से ही सियासी गलियारों में बड़ी हलचल शुरू हो चुकी है उन्होंने क्षेत्र में भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम बिंदुखत्ता में।आपदा प्रभावित पीड़ितों को तत्काल आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जिसके बाद स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने स्वास्थ्य सचिव से लेकर सीएमओ से दूरभाष पर वार्ता की, आपदा प्रभावित क्षेत्र राजीव नगर, बंगाली कॉलोनी में उन्होंने स्थानीय लोगों की सूचना के बाद निरीक्षण किया और वन विभाग के राज्य स्तरीय अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करके तत्काल समस्याओं का समाधान करने को कहा, जिस पर वन विभाग के अधिकारियों ने धरातल पर व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही। फिलहाल युवा मुख्यमंत्री युवा उत्तराखंड के नारे के तहत यह बात तो तय होती नजर आ रही है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी युवा एवं कर्मठ चेहरों को मौका दे सकती है। साथ ही महिलाओं को भी अहम भूमिका में रख सकती है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का इतिहास रहा है कि वृद्ध एवं वयोवृद्ध हो चले नेताओं को मार्गदर्शक मंडल की श्रेणी में डाल कर उनसे आशीर्वाद लेने का काम किया जाता है और उनके स्थान पर सक्रिय एवं युवा नेताओं को तवज्जो दी जाती है। इधर सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार लगभग दो दर्जन सीटिंग विधायकों के टिकट पर कैंची चला सकती है और उनके स्थान पर कई नए चेहरों को भी मौका दे सकती है ऐसे में युवा चेहरे खुलकर मैदान में सामने आ रहे हैं।
लालकुआं विधानसभा की बात करें तो यहां पहले से ही मौजूदा विधायक नवीन दुम्का सक्रियता से काम कर रहे हैं तो वही विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेताओं के दावेदारी के क्रम में पवन चौहान, भरत नेगी, उमेश शर्मा, हेमंत द्विवेदी, प्रदीप बिष्ट जैसे कई चेहरे शामिल है। इसी क्रम में दीपेंद्र सिंह कोश्यारी ने भी लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में अपना कदम रखा है और उनकी सक्रियता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार लालकुआं विधानसभा सीट से वह भी प्रबल दावेदार के रूप में अपने आप को स्थापित कर चुके हैं साथ ही लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की ओर से कुछ नया देखने को मिल सकता है। दीपेंद्र सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के बड़े चेहरे रह चुके एवं मौजूदा समय में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के परिवार से आते हैं इसके अलावा उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बेहद ही करीबी माने जाते हैं, मगर पार्टी आलाकमान अंतिम निर्णय क्या लेती है यह तो आने वाले निकट भविष्य में ही स्पष्ट हो पाएगा।