उत्तराखंड
लो कर लो बात। नाबालिक को नशीला पदार्थ सुंघाकर अपहरण का मामला निकला झूठा, परिवार के डर से रच दी झूठी कहानी
चंपावत। लोहाघाट नगर में नाबालिग को नशीला पदार्थ सुंघाकर अपहरण कर छेड़छाड़ के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने जांच करते हुए मामले में शामिल नाबालिग किशोर को संरक्षण में लिया है।
नाबालिग घटना के समय नाबालिग किशोर के घर पर ही थी। स्कूल नहीं पहुंचने पर छात्रा के घर फोन आया। पीड़िता ने परिवार के डर से नशीला पदार्थ सुंघाने, अपहरण और छेड़छाड़ की बात कही।
एसपी अजय गणपति ने बृहस्पतिवार देर शाम घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने बुधवार को अज्ञात के विरुद्ध पॉक्सो, बीएनएस की धारा 74, 123 में केस दर्ज जांच शुरू कर दी थी। मामले की जांच के लिए तीन टीमें घटित की थीं।
टीमों ने आसपास के 40 सीसीटीवी, परिजनों, संदिग्धों की काॅल डिटेल खंगाली। तीसरी टीम ने गवाहों के बयान लिए। बृहस्पतिवार को पीड़िता के मजिस्ट्रेट के सामने बयान हुए। नाबालिग पीड़िता और नाबालिग किशोर एक दूसरे को लंबे समय से जानते थे। पिछले एक माह से वह लगातार मिल रहे थे।
पीड़िता के मेडिकल परीक्षण में शारीरिक संबंध बनाने की पुष्टि हुई है। परिवार के भय से पीड़िता ने चार युवकों के सुनसान जगह ले जाने की झूठी कहानी रची। एसपी गणपति ने बताया कि सीसीटीवी और बयानों से इसकी पुष्टि नहीं हुई। मामले में संबंधित धाराएं जोड़ी और घटाई जाएंगी।
नाबालिग को न्यायालय में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह अल्मोड़ा भेज दिया गया। सीओ वंदना वर्मा के नेतृत्व में लोहाघाट निरीक्षक अशोक कुमार, एसआई मीनाक्षी नौटियाल, एसओजी मनीष खत्री ने मामले के खुलासे में अहम भूमिका निभाई।
स्रोत।im