उत्तराखंड
‘अग्निपथ’ के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बीच सरकार ने नई भर्ती प्रक्रिया में किया बड़ा बदलाव, जानिए
‘अग्निपथ’ स्कीम को लेकर बिहार में हिंसक प्रदर्शन को लेकर 125 लोगों को गिरफ्तार किया गया है छपरा में भाजपा विधायक के घर पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया उत्तराखंड, जम्मू, झारखंड में भी अग्निपथ के खिलाफ अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया।
नयी दिल्ली/पटना/लखनऊः सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए घोषित ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ ट्रेनों में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों को आग लगाने की घटनाओं के बीच गुरुवार को सरकार ने वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी। सरकार ने मंगलवार को अग्निपथ योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि सभी नयी भर्तियों के लिए आयु साढ़े 17 से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ, सरकार ने फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया के लिए एकबारगी (आयु सीमा में) छूट दी जाएगी।’ वहीं, अग्निपथ योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच सरकार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि नया मॉडल न केवल सशस्त्र बलों में नयी क्षमता पैदा करेगा बल्कि यह युवाओं के लिए निजी क्षेत्र के रास्ते भी खोलेगा और उन्हें अवकाश प्राप्त करने के समय मिलने वाले वित्तीय पैकेज से उद्यमी बनने में भी मदद करेगा।
‘अग्निपथ’ स्कीम को लेकर बिहार में उग्र प्रदर्शन, 125 गिरफ्तार
उधर, नयी भर्ती योजना के खिलाफ कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुआ। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर इमारतों और वाहनों में तोड़फोड़ की। रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेनों के डिब्बों में आग लगाने के साथ रेल एवं सड़क यातायात को बाधित किया। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) संजय सिंह ने बताया कि ‘अब तक हमने हिंसा के सिलसिले में 125 लोगों को गिरफ्तार किया है। दो दर्जन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। प्रदर्शनकारियों के साथ हुई झड़प में राज्य भर में कम से कम 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।’
छपरा में भाजपा विधायक के घर पर हमला
इसके साथ ही भाजपा के एक विधायक के छपरा स्थित घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की जबकि नवादा में पथराव की घटना में एक अन्य महिला विधायक घायल हो गईं जहां पार्टी कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया गया है। नवादा के वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अरुणा देवी एक मामले के सिलसिले में जिला अदालत परिसर जा रही थीं। उनकी कार को प्रदर्शनकारियों ने रेलवे क्रॉसिंग के पास घेर लिया और पथराव किया जिससे उन्हें, उनके वाहन चालक, दो सुरक्षा कर्मियों और कई निजी कर्मचारियों को चोटें आईं।
आगरा में बस पर पथराव
उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रदर्शनकारियों ने एक सरकारी बस पर पथराव किया गया, गोरखपुर, अलीगढ़ और मथुरा में नौजवानों ने योजना के खिलाफ रास्ता जाम किया, बलिया में युवाओं के प्रदर्शन के कारण स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को रोकना पड़ा। वहीं, फिरोजाबाद और बुलंदशहर में युवकों ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की। पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ धरना-प्रदर्शन के कारण वाराणसी मण्डल के गोरखपुर-छपरा, छपरा-बलिया, सीवान-थावे, छपरा-मसरख-थावे, वाराणसी-गाजीपुर और वाराणसी-प्रयागराज रेल खण्डों पर 21 रेलगाड़ियों का संचालन ठप हो गया, जो समाचार लिखे जाने तक शुरू नहीं हो सका।
भर्ती की पुरानी व्यवस्था के बहाल की मांग
आगरा के बाहरी इलाके में सेना भर्ती के अभ्यर्थियों ने अग्निपथ योजना के विरोध में एक सरकारी बस पर पथराव किया, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इसके अलावा जिले के विभिन्न इलाकों में भी प्रदर्शन किया गया। उन्होंने आगरा-जयपुर राजमार्ग और एमजी रोड पर रास्ता भी जाम किया। गोरखपुर में छात्रों ने अग्निपथ योजना के विरोध में गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की और सरकार से सेना में भर्ती की पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की।
हरियाणा में भी बसों में आगजनी
मथुरा से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक अग्निपथ योजना के विरोध में फरह तथा आसपास के गांवों के युवकों ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम कर दिया। हरियाणा के पलवल में भी गुरुवार को ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। इस दौरान पथराव और गाड़ियों में आगजनी की गई। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग किया और प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि गुरुग्राम, रेवाड़ी, चरखी दादरी, हिसार और रोहतक में भी विरोध प्रदर्शन हुए। पलवल के पुलिस अधीक्षक मुकेश मल्होत्रा ने एक बयान में बताया कि घटना में दो एसएचओ (थानेदार) सहित 15 पुलिस कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि पांच सरकारी गाड़ियों को उपद्रवियों ने जलाकर नष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जिला उपायुक्त कैंप कार्यालय में भी पथराव कर दिया और कैंप कार्यालय के भीतर दाखिल हो गए और गार्ड कक्ष में आग लगा दी।
राजस्थान में भी नई भर्ती योजना के खिलाफ प्रदर्शन
राजस्थान के अनेक हिस्सों में भी युवाओं ने गुरुवार को ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का दावा है कि कहीं से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है। युवाओं ने विशेष रूप से राजधानी जयपुर सहित सीकर, नागौर, अजमेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर तथा झुंझुनू जैसे जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। योजना के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपे गए।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दुकामों में पथराव, आगजनी
मध्यप्रदेश में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने ग्वालियर और इंदौर में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। ग्वालियर में एक रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और कुछ दुकानों में आग लगा दी जिससे कुछ समय के लिए ट्रेन का संचालन प्रभावित हुआ। इंदौर में करीब 150 युवकों ने अग्निपथ योजना का विरोध किया।
उत्तराखंड, जम्मू, झारखंड में भी अग्निपथ के खिलाफ अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कई युवाओं ने ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में गुरुवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। पिथौरागढ़ के उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह ने कहा कि सिलथम चौक पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया, लेकिन इससे वड्डा, मुनस्यारी, धारचूला मार्गों पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के जम्मू शहर के कई इलाकों में भी सेना में भर्ती के अकांक्षी युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया। झारखंड में अग्निपथ योजना के खिलाफ बृहस्पतिवार को सेना में भर्ती के अकांक्षी सैकड़ों अभ्यार्थियों ने रांची के मेन रोड स्थित सेना भर्ती कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
स्रोत इंटरनेट मीडिया