उत्तराखंड
जागेश्वर धाम मामले की आंच पहुंची लालकुआं, कांग्रेस के इस बड़े नेता ने दिया बयान, पढ़ें आखिर क्या है पूरा मामला।
जागेश्वर। उत्तराखंड के पवित्र जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना करने दल बल के साथ पहुंचे बरेली जिले के आवंला लोकसभा सीट से सांसद धर्मेंद्र कश्यप का मंदिर प्रबंधन एवं पुजारियों से विवाद हो गया मामला इतना बढ़ा कि अभद्रता करने तक पहुंच गया। मंदिर समिति प्रबंधन का आरोप है कि कोविड नियमों का उल्लंघन करते हुए पूजा अर्चना की जा रही थी जिसे रोकने को कहा गया जिस पर सांसद धर्मेंद्र कश्यप आग बबूला हो गए और उनकी प्रबंधन समिति व पुजारियों से तीखी नोकझोंक हो गई वहीं सांसद ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मंदिर समिति द्वारा ₹1000 लिए जाने को लेकर विवाद हुआ था उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम में उनकी गहरी आस्था है। फिलहाल मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और सांसद के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पूरे घटनाक्रम के बाद से प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है ऐसे में लालकुआं क्षेत्र के उत्तराखंड किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव गिरधर बम ने भाजपा सांसद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन पर देवभूमि की आस्था को खंडित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की ठेकेदार बनने वाली पार्टी के सांसद को पुजारियों और मंदिर प्रबंधन समिति से कैसे बात करनी है इसकी तमीज नहीं है और वह पुजारियों का सम्मान तक नहीं कर सकते हैं ऐसे में भाजपा को नैतिकता के आधार पर अपने सांसद के विरुद्ध ठोस कार्यवाही करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने डबल इंजन की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोविड काल की वजह से पण्डे-पुजारियों के सामने 2 साल से रोजी-रोटी का संकट गहराया हुआ है मगर सरकार है कि पुजारियों की सुध तक नहीं ले रही, और तो और पार्टी के सांसद उल्टा पुजारियों से अभद्रता कर रहे हैं ऐसे में देव भूमि की आस्था पर चोट करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के यशस्वी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के इस कृत्य से खासा नाराज हैं और वह अपने आवास पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके चुने हुए प्रतिनिधियों की इन्हीं करतूतों की वजह से 2022 में अब जनता ही डबल इंजन की सरकार को सबक सिखाएगी।