उत्तराखंड
बिंदुखत्ता राजस्व गांव के मुद्दे पर उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष दीपक जोशी ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
लालकुआं
रिपोर्ट:- शैलेन्द्र कुमार सिंह
बिंदुखत्ता राजस्व गांव के मुद्दे पर एक बार फिर राजनीति गरमाने लगी है अब उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता दीपक जोशी ने कहा कि चुनावी बेला आते ही सभी नेताओं को राजस्व गांव के मुद्दे की याद आती है मगर चुनाव बीतने के बाद ही इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। उन्होंने डबल इंजन के सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लोगों को उम्मीद थी कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बाद इस बार बिंदुखत्ता वासियों को उनकी भूमि का मालिकाना हक मिल सकेगा और राजस्व गांव बनाया जाएगा मगर इस बार भी जनता की उम्मीदों पर पानी फिर गया क्योंकि जिस उम्मीद के साथ लोगों ने डबल इंजन की सरकार से आस लगाई थी वह सरकार भी लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई और बिंदुखत्ता वासी आज भी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं उन्होंने कहा कि लंबे अरसे से क्षेत्रवासी राजस्व गांव की लड़ाई लड़ रहे हैं मगर अभी तक डबल इंजन की सरकार ने सिर्फ अनदेखी करने का काम किया है जबकि इस मामले पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि राजस्व गांव नहीं बन पाने की वजह से केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली कई महत्वपूर्ण सुविधाओं से बिंदुखत्ता वासी वंचित रह जाते हैं मगर सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है और नुकसान आम जनमानस को झेलना पड़ रहा है। आपदा के दौरान कई लोगों के घर गौला नदी में समा गए मगर राजस्व गांव नहीं होने की वजह से उन्हें सरकारी मदद भी नहीं मिल पा रही है ऐसे में यदि इस बार मुद्दे का समाधान नहीं किया गया तो उत्तराखंड बेरोजगार संगठन एवं बिंदुखत्ता की जनता सड़कों पर उतरने को बाध्य होगी।