उत्तराखंड
लालकुआं। कार्यकारी अध्यक्ष रावत ने रामनगर से चुनाव लड़ने की जताई मंशा, प्रेस वार्ता में स्थानीय मुद्दे हुए गायब
2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी अपनी तैयारियां शुरू कर चुकी है मगर लालकुआं में नगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय में हुए एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने महंगाई और बेरोजगारी सहित पूरा ध्यान राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर लगा दिया।
उन्होंने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि मौजूदा समय में महंगाई और बेरोजगारी अपनी चरम सीमा पर है जिससे जनता त्रस्त है वहीं क्षेत्रीय मुद्दों पर बात ना करते हुए उन्होंने भारत की गिरती जीडीपी की तुलना बांग्लादेश की उभरती हुई जीडीपी से की। साथ ही उन्होंने कहा कि व्यापारी वर्ग परेशान है सिर्फ अंबानी और अडानी को छोड़कर। उन्होंने कहा कर्मचारी एससी-एसटी समाज के लोग और व्यापारी परेशान है जबकि 8 महीने से किसान सड़कों पर है और 600 से ज्यादा लोग अपनी शहादत दे चुके हैं।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों की बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार पाकिस्तान को देश और दुनिया के नक्शे से हटाने की बात करती थी मगर मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद पाकिस्तान में बिरयानी खाने जाते हैं। उन्होंने चीन को आंख दिखाने की बात हो या फिर एक के बजाय दुश्मनों के 100 सर लाने की बात हो इन सभी मुद्दों पर भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा 15 लाख रुपए हर खाते में आएंगे, काला धन वापस आएगा, 100 स्मार्ट सिटी बनाएंगे, बुलेट ट्रेन, 2 करोड लोगों को रोजगार, किसानों की आय दोगुनी करने की बात करने वाली भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने सिर्फ जुमलेबाजी की है और अब सरकार बदलने वाली है जिसकी शुरुआत उत्तराखंड से होगी।
इतना ही नहीं उनसे जब पूछा गया कि वह कहां से चुनाव लड़ना चाहेंगे तो उन्होंने कहा कि उनकी मंशा रामनगर से चुनाव लड़ने की है बाकी पार्टी आलाकमान जैसा आदेश करे। वही आम आदमी पार्टी के तीसरे विकल्प के रूप में उभरने के मामले पर उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों में भी आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में अपने को आजमा चुकी है जिसे जनता ने अस्वीकार कर दिया था। ऐसे में पहाड़ के सामने पहाड़ जैसी चुनौतियों से जुड़े मुद्दे उनकी प्रेस वार्ता में गायब रहे।