उत्तराखंड
पुलिस ने नवजात बच्चों से छीन ली उनकी मां, पिता पर दर्ज कर दिया मुकदमा, ये है पूरा मामला
काशीपुर में हुए गोलीकांड और उसके बाद ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर की पत्नी की गोली लगने के बाद हुई मृत्यु का मामला अभी तक ठंडा नहीं पड़ है मामले में अब सिख प्रतिनिधि बोर्ड भी उतर आया है साथ ही परिजनों ने अस्थि विसर्जन ना करने करने की चेतावनी दी है। यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए गुरताज सिंह भुल्लर ने कई बातें कहीं।
भुल्लर ने कहा कि यूपी पुलिस ने पांच माह और चार वर्ष के बच्चों से उनकी मां और मुझसे मेरी पत्नी छीन ली और मेरे ही खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया। मेरे जैसे भाजपा नेता के खिलाफ जब ऐसा हो रहा है तो आम जनता के साथ क्या करेगी यूपी पुलिस।’ पत्रकार वार्ता में आंसुओं से डबडबाई आंखों और भर्राए गले से ये बातें जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर ने कहीं। उन्होंने कहा कि मैं तो सरकार का जनप्रतिनिधि भी था फिर भी मेरे साथ ये सब हुआ। ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर और उनके ससुर जितेंद्र सिंह ने गुरजीत कौर हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। काशीपुर में यूपी पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में जान गंवाने वाली महिला के पति गुरताज सिंह ने कहा कि मेरी पत्नी सरकारी कर्मचारी थी। जो मेरे साथ हुआ किसी और के साथ ऐसा न हो। दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है। दोनों जगह पुलिस सरकार के अंदर है। मैं सरकार से CBI जांच की मांग करता हूं।
पत्रकारों से बात करते हुए गुरताज ने कहा कि घटना वाले दिन ही वह दिल्ली से लौटे थे। थके होने के कारण वह पत्नी से मिले बगैर सोने चले गए। इसी दौरान सादी वर्दी में पहुंची यूपी पुलिस ने उनके घर में घुसकर उत्पात मचाया। शोर सुनकर वह जगे। इस दौरान यूपी पुलिस के कर्मियों ने उनकी पत्नी की हत्या कर दी।
भुल्लर ने रुआंसा होते हुए कहा कि मेरे मासूम बच्चों की मां को इंसाफ नहीं मिल रहा है जबकि उत्तराखंड और यूपी में उनकी सरकार है। उन्होंने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। भुल्लर ने यूपी पुलिस की ओर से थोपे गए मुकदमे खत्म करने की भी मांग की। वहीं ऑल इंडिया सिख प्रतिनिधि बोर्ड के यूपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह फलोदिया ने जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख की पत्नी गुरजीत कौर की हत्या के आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक मृतका की अस्थियां विसर्जित नहीं की जाएंगी।