उत्तराखंड
उत्तराखंड की किसी भी सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारेगी ये राजनैतिक पार्टी, जानें वजह…..
देहरादून। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतारना शुरू कर चुके हैं वहीं समाजवादी पार्टी उत्तराखंड में किसी भी सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। पार्टी ने आइएनडीआइए गठबंधन के तहत हुए समझौते में इन सीटों पर चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है। वह इन सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को समर्थन देगी।
प्रदेश में सपा एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने राज्य गठन के बाद भाजपा और कांग्रेस के अलावा यहां की किसी लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में सपा ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया था। यह बात अलग है कि यही सपा की प्रदेश में लोकसभा चुनाव एकमात्र राजनीति उपलब्धि है।
सपा के प्रत्याशी इसके अलावा कभी भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर पाए हैं। यहां तक कि निकाय चुनाव में भी पार्टी कोई उल्लेखनीय प्रदर्शन नहीं कर पाई है। बावजूद, इसके हर चुनाव में पार्टी सक्रिय रही है।
इस बार भी जब शुरुआत में आइएनडीआइए गठबंधन में सीटों के बंटवारे की बात हुई तो सपा की प्रदेश इकाई ने उत्तराखंड में दो सीटें पार्टी को देने की मांग केंद्रीय नेतृत्व से की थी। जब सीटों के बंटवारे की बात चली, तब सपा ने उत्तर प्रदेश में अधिक सीटें अपने पास रखीं। ऐसे में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी उतारने पर ही सहमति बनी। यही कारण है कि लोकसभा चुनाव में सपा अब कांग्रेस का समर्थन कर रही है।
सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा एसएन सचान ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि चुनाव में चुनौती संविधान और लोकतंत्र को बचाने की है। ऐसे में आइएनडीआइए गठबंधन के तहत सपा यहां कांग्रेस का समर्थन करेगी।