उत्तराखंड
उत्तराखंड के इस लाल ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बचाई थी साथियों की जान, अब मिला ये पदक
दून के रमन गुप्ता ने अपने शौर्य व चतुराई से आतंकियों के हमले से साथियों की जान बचाई। उनके इस अदम्य साहस के लिए केंद्र सरकार की ओर से उन्हें दिल्ली में वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
रमन गुप्ता सीमा सुरक्षा बल में सहायक कमांडेंट हैं।
तीन हथियारबंद आतंकवादियों ने किया था परिसर में प्रवेश
तीन अक्टूबर 2017 को सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेंट रमन गुप्ता 182 बटालियन में तैनात थे। यह बटालियन सीमांत मुख्यालय गोगोलैंड में मुख्यालय के साथ स्थित श्रीनगर एयरफील्ड की सुरक्षा में तैनात थी। शाम करीब चार बजे तीन हथियारबंद आतंकवादियों ने परिसर में प्रवेश कर लिया।
जान की परवाह न करते हुए भवन में घुसने का प्रयास किया
हमले की सूचना मिलते ही रमन गुप्ता ने अपनी क्विक रिस्पांस टीम को प्रशासनिक भवन में घुसे आतंकियों को घेरने के लिए भवन के आगे और पीछे दोनों तरफ सामारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए भवन में घुसने का प्रयास किया, तभी आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी।
सूझबूझ का परिचय देते हुए एक वैकल्पिक योजना बनाई
तब रमन ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए एक वैकल्पिक योजना बनाई। भवन के पीछे की ओर लगे एयर कंडीशन को तोड़ दिया व सिग्नल सेंटर की खिड़की से गोली लगने से गंभीर रूप से घायल बल कार्मिकों को बाहर निकाला। इस आपरेशन के दौरान शौर्य व चतुराई का प्रमाण देते हुए रमन गुप्ता ने साथी सीमा प्रहरियों के अमूल्य जीवन की रक्षा की।
केंद्रीय राज्य गृह मंत्री नित्यानंद राय के हाथों प्रदान किया गया पदक
रमन देहरादून में पंडितवाड़ी क्षेत्र में निवास करते हैं। उन्हें नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में यह वीरता पदक केंद्रीय राज्य गृह मंत्री नित्यानंद राय के हाथों प्रदान किया गया।
स्रोत इंटरनेट मीडिया