उत्तराखंड
लालकुआं विधानसभा का ये नेता अंदरखाने जनता में बना चुका है अपनी मजबूत पकड़
जहां एक ओर विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं और इसी क्रम में तमाम राजनीतिक दलों के नेता खुद को जनता का हितैषी साबित करते हुए विधायक प्रत्याशी के लिए अपनी ताल ठोक रहे हो तो वही एक नेता ऐसा भी है जो अंदरखाने जनता में अब तक अपनी मजबूत पकड़ बना चुका है और इस नेता के दरबार में सत्ता पक्ष के अलावा विपक्षी भी हाजिरी लगाते हुए नजर आते हैं। इसके अलावा कई विवादित मामलों का निपटारा कहीं नहीं हो पाता तो वह निपटारा भी इन्हीं के दरबार में पटाक्षेप हो जाता है। हम बात कर रहे हैं दिग्गज नेता पवन चौहान की जो एक ऐसे नेता हैं जिनके दरबार में हर कोई हाजिरी लगाता है।
यहां पीड़ितों को मदद एवं विवादित मामलों का निपटारा आसानी से हो जाता है क्योंकि इस नाम के आगे सभी को नतमस्तक होते देखा जा सकता है। पवन चौहान भारतीय जनता पार्टी को लालकुआं में स्थापित करने वाले उन गिने चुने नेताओं में शुमार हैं जिनकी बदौलत आज भाजपा स्थानीय स्तर पर आज अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। पवन चौहान नगर पंचायत लालकुआं के गैर पर्वतीय समुदाय के पहले ऐसे चेयरमैन हुए जिन्होंने अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा किया जिसके बाद महिला सीट आरक्षित होने पर उनकी धर्मपत्नी अरुणा चौहान बंपर वोटों से विजई हुई और उन्होंने भी अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा किया अरुणा चौहान के कार्यकाल में ही नगर पंचायत लालकुआं को स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
पवन चौहान ने इन्हें 10 वर्षों के भीतर नगर पंचायत लालकुआं की काया पलट कर रख दी। उन्होंने नगर पंचायत के नवनिर्मित भवन का निर्माण करवाया और उनके कार्यकाल में तहसील का निर्माण हुआ इसके अलावा कई ऐतिहासिक कार्य पवन चौहान और उनकी धर्मपत्नी के कार्यकाल में हुए जिसका लाभ आज की क्षेत्र की जनता उठा रही है। भले ही मौजूदा समय में इस दिग्गज नेता की अनदेखी की जा रही हो फिर भी वह भाजपा का झंडा उठाकर किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट जाते हैं। उनके पीछे युवाओं से लेकर महिलाओं एवं बुजुर्गों की लंबी टीम है जिसकी बदौलत आज हजारों लोग पार्टी से जुड़े हुए हैं। पवन चौहान के शुरुआती राजनीतिक कैरियर में एक दौर ऐसा भी आया जब तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय पंडित नारायण दत्त तिवारी ने उन्हें कांग्रेस में सम्मिलित होने का अवसर प्रदान करते हुए दर्जा मंत्री बनाए जाने की पेशकश की थी मगर उन्होंने ऐसे समय में भी भारतीय जनता पार्टी को छोड़ना उचित नहीं समझा और संगठन के प्रति समर्पित होकर पार्टी को मजबूती प्रदान करने का काम किया।
पवन चौहान लालकुआं विधानसभा के अलावा आसपास के अन्य क्षेत्रों में भी खासा लोकप्रिय है और आज भी लोग उन्हें अपने निजी एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों में बुलाते हैं। गैर पर्वतीय होने के बावजूद भी पवन चौहान ने उत्तरायणी एवं लोहणी की शुरुआत लालकुआं में करवाई, यह बात अलग है कि लालकुआं में उत्तरायणी मेले की शुरुआत होने के बाद अब अन्य स्थानों पर भी मेले का आयोजन किया जाता है। मौजूदा समय में लालकुआं क्षेत्र के सबसे बड़े उत्तरायणी एवं लोहड़ी मेले के अध्यक्ष भी पवन चौहान ही हैं। कुछ पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता प्रोटोकॉल के चलते हैं भले ही पवन चौहान के समर्थन में खुलकर सामने ना आप आते हो मगर अंदर खाने आज भी ऐसे कई नेता है जो पवन चौहान को ही अपना नेता मानते हैं।
अपने चेयरमैन के कार्यकाल से लेकर अब तक पवन चौहान जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ बना चुके हैं इतना ही नहीं वर्तमान समय में पवन चौहान के पास प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य का ही सामान्य सा दायित्व है फिर भी वह एक कद्दावर नेता की छाप पार्टी एवं जनता के दिलों में छोड़ चुके हैं।