उत्तराखंड
उत्तराखंड के दो लालों को माँ भारती की रक्षा करते मिली शहादत, शादी की तैयारी में लगा परिवार सदमे में
उत्तराखंड के दो जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपनी शहादत दी है इस बेहद दुःखद खबर के मिलते ही पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर है बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के बफलियाज इलाके में हुए आतंकी हमले में गढ़वाल मंडल के दो वीर बलिदान हो गए। इनमें पौड़ी जिले के कोटद्वार निवासी राइफलमैन गौतम कुमार (29) और चमोली जिले के बमियाला गांव के वीरेंद्र सिंह बलिदान हुए हैं।
दोनों के बलिदान की सूचना सेना के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार देर रात परिजनों को दी। दोनाें बलिदानियों का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके घर पहुंचेगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। गौतम की तैनाती 89 आर्म्ड कोर में थी, वहीं वीरेंद्र 15वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वीरेंद्र का परिवार रुड़की में रहता है, लेकिन उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बमियाला में किया जाएगा।
माँ भारती की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले 15वीं राइफल के वीर जवान नायक बीरेंद्र सिंह जम्मू कश्मीर में पुंछ के राजौरी सेक्टर में शहीद हो गए है शहीद नायक बीरेन्द्र सिंह नारायणबगड़ ब्लाक के बमियाला गांव के रहने वाले थे । शहीद की शहादत पर क्षेत्र में शोक की लहर है।
गुरुवार दोपहर राजौरी-पुंछ इलाके में आतंकियों ने सर्च ऑपरेशन पर निकले सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला कर दिया। जिसमें कोटद्वार के शिवपुर निवासी 28 वर्षीय सैनिक गौतम कुमार ने अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। गौतम बीते शनिवार को ही कोटद्वार से छुट्टी पूरी कर अपनी ड्यूटी में वापस गये थे और अगले साल 11 मार्च को उनकी शादी होनी थी।
शहीद के बड़े भाई राहुल कुमार ने इस बेहद दुख की घड़ी में बताया कि गुरुवार रात को 12 बजे भाई की यूनिट से फोन आया कि वे शहीद हो गये। तब से शहीद के घर में कोहराम मचा हुआ है। देश सेवा में शहादत देने वाले कोटद्वार निवासी राइफलमैन गौतम कुमार साल 2014 में गौचर से सेना में भर्ती हुए थे और इन दिनों 89 आर्ल्ड रेजीमेंट में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
शहीद के बड़े भाई राहुल ने बताया कि दो साल पूर्व हुई पिता की मौत का गम अभी हल्का भी नहीं हुआ था कि भाई के जाने से अब पूरा परिवार टूट गया है। बताया कि गौतम की रायवाला से सगाई हुई थी और इन दिनों शादी की तैयारियां चल रही थी। शनिवार को ही गौतम छुट्टी से अपनी ड्यूटी में वापस लौटा था। राहुल ने बताया कि हादसे से कुछ देर पहले ही गौतम ने अपनी ससुराल फोन पर बात की थी।
आतंकी हमले में नायक बीरेंद्र सिंह (15 गढ़वाल राइफल), नायक करन कुमार (ASP), राइफल मैन चंदन कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट), राइफल मैन गौतम कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट) और एक अन्य जवान बलिदान हो गए। पांचवें शहीद जवान का नाम फिलहाल सेना की ओर से जारी नहीं किया गया है।