उत्तराखंड
उत्तराखंड। आखिर क्यों खाई वन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधन ने मां गिरिजा देवी की कसम? देखें ये रिपोर्ट:-
रामनगर। उत्तराखंड वन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक हरीश पाल और पूर्व दर्जा राज्य मंत्री डॉ निशांत पपनै से चल रहे विवाद पर क्षेत्रीय प्रबंधक हरीश पाल ने अपना पक्ष रखते हुए मां गिरिजा देवी की कसम खाई है।
उन्होंने कहा कि डॉ पपनै से किसी प्रकार की अभद्रता नहीं की है उन्हें अपमानित भी नहीं किया। डॉ पपनै अपने अपने विरुद्ध हुई वन निगम की कार्रवाई से बचने के लिए उनके खिलाफ गलत बातें फैला रहे हैं हरीश पाल ने कहा कि इससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है।
उन्होंने कहा कि पूर्व दर्जा राज्य मंत्री को वह वन निगम के ढुलान कर्ता के रूप में जानते हैं उन्होंने कार्य में लापरवाही बरती है उन्हें लौगिंग प्रबंधक पूर्वी ने नोटिस दिया था इसके बाद भी निविदा शर्तों का उल्लंघन किया गया ऐसे में लौगिंग प्रबंधक ने उनकी जमानत राशि जप्त कर ली और उन्हें ब्लैकलिस्टेड सूची में डाल दिया।
उन्होंने खुद लौगिंग प्रबंधक से पपनै के प्रकरण में पुनर्विचार करने को कहा लेकिन डॉक्टर पपनै कर्मचारियों के आंदोलन में आकर इसे उग्र करने का प्रयास कर रहे थे उन्होंने इसे कर्मचारियों व निगम का आंतरिक मामला बात कर आंदोलन भाग न लेने के लिए कहा तो डॉक्टर पपनै ने अभद्रता का गलत आरोप लगा दिया।
उन्होंने इसलिए मां गिरिजा देवी की कसम खाकर कहा है कि उन्होंने पूर्व दर्जा राज्य मंत्री से किसी प्रकार की अभद्रता नहीं की है।