उत्तराखंड
उत्तराखंड :- विद्यालयों द्वारा छात्र-छात्राओं से अगर महंगी पुस्तकों पर अध्यापक बनाएंगे दबाव तो होगी दंडात्मक करवाई, जाने पूरा मामला
हल्द्वानी न्यूज़- निजी विद्यालयों में वार्षिक शुल्क समेत अनावश्यक शुल्क लेने, चिह्नित दुकानों से ही पुस्तक खरीदने या एनसीईआरटी के अतिरिक्त निजी प्रकाशकों की महंगी पुस्तकें खरीदने का दबाव अभिभावकों पर डाला तो शिक्षा विभाग करेगा दंडात्मक कार्यवाही करेगा।
उत्तराखंड युवा एकता मंच के संयोजक लालकुआं निवासी पीयूष जोशी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी ने सभी निजी स्कूलों को आरटीई के नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की कार्यवाही करने का नोटिस जारी किया है। कहा कि यदि छात्रहित में एनसीईआरटी से भिन्न प्रकाशकों की पुस्तकें आवश्यक हो तो उनका मूल्य एनसीईआरटी की पुस्तकों के समान होना चाहिए।
- बीईओ ने निजी स्कूलों को जारी किया नोटिस
नियमों का उल्लंघन करने पर पहली बार 25,000 रुपये और इसके बाद प्रत्येक बार 50,000 रुपये दंड का प्रावधान है।