उत्तराखंड
ऐसा क्या कर बैठे दरोगा जी, कि हो गया ट्रांसफर, एसएसपी ने भी बैठा दी जांच
कहने को तो उत्तराखंड पुलिस को मित्र पुलिस कहा जाता है और इस पुलिस का ध्येय वाक्य मित्रता, सेवा व सुरक्षा है। मगर यहां मामला थोड़ा अलग है क्योंकि लालकुआं कोतवाली में तैनात एक दरोगा जी को पत्रकार से अभद्रता करना महंगा पड़ गया। यहां एक दैनिक समाचार पत्र के वरिष्ठ संवाददाता प्रकाश जोशी कोतवाली लालकुआं में एक खबर की कवरेज के संबंध में जानकारी लेने गए थे।
मगर वहां मौजूद सब इंस्पेक्टर मुनव्वर हुसैन ने उनसे अभद्रता कर दी और बाहर जाने के लिए कह दिया। बस फिर क्या था, देखते ही देखते मामला तूल पकड़ गया और सभी पत्रकार कोतवाली परिसर में ही धरना प्रदर्शन करने बैठ गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद शाह ने मोर्चा संभाला और वह कोतवाली लालकुआं आ पहुंचे इधर सोशल मीडिया पर इस खबर के प्रचारित होने के बाद मामला जिले की पुलिस कप्तान प्रीति प्रियदर्शनी के पास पहुंच गया और उन्होंने मामले का संज्ञान लिया और पुलिस क्षेत्राधिकारी से पत्रकारों से वार्ता करने के लिए कहा।
इधर राजनीतिक दल के लोग भी पत्रकारों के समर्थन में एकत्र होने लगे। पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद शाह ने धरने पर बैठे पत्रकारों से कहा कि आरोपी दरोगा को यहां से ट्रांसफर करके किसी और थाने से संबंध करने की कार्यवाही की जा रही है साथ ही मामले की जांच की जाएगी जिसके बाद पत्रकार शांत हुए और धरना समाप्त कर दिया।