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चुनाव से पहले फिल्म “द केरल स्टोरी” से इस राज्य की राजनीति में आया सियासी भूचाल, कांग्रेस और माकपा पहुंची निर्वाचन आयोग, देखें रिपोर्ट:-
केरल की कांग्रेस इकाई ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को प्रसारित करने के दूरदर्शन के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को चुनाव आयोग का रुख किया और कहा कि यह सत्तारूढ़ बीजेपी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए धार्मिक आधार पर समाज को विभाजित करने का एक ‘मौन प्रयास’ है।
दूरदर्शन के इस फैसले के बाद केरल में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सिस्ट (CPI-M) और विपक्षी दल कांग्रेस ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने दूरदर्शन चैनल पर विवादित फिल्म द केरल स्टोरी का टेलीकास्ट करने पर निंदा की है। उन्होंने ब्रॉडकास्टर से फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने को कहा था। कांग्रेस और सीपीएम ने विरोध-प्रदर्शन किया, लेकिन टेलीकास्ट नहीं रुका।
सीएम पिनाराई ने कल X पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि यह लोकसभा चुनावों से पहले केवल सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाएगा। उन्होंने दूरदर्शन से यह भी कहा कि वह बीजेपी और RSS के लिए प्रचार मशीन न बने। इस बीच, सीपीएम की युवा इकाई डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने इस फिल्म के विरोध में राज्य के विभिन्न स्थानों पर यूट्यूबर ध्रुव राठी की एक वीडियो ‘द केरल स्टोरी ट्रु ऑर फेक?’ दिखाई।
चुनाव आयोग से शिकायत
युवा कांग्रेस ने फिल्म के प्रसारण के खिलाफ रात करीब साढ़े आठ बजे यहां दूरदर्शन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और विरोध मार्च निकाला। इससे पहले, केरल की कांग्रेस इकाई ने विवादास्पद फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को प्रसारित करने के दूरदर्शन के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को निर्वाचन आयोग का रुख किया और कहा कि यह बीजेपी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए धार्मिक आधार पर समाज को विभाजित करने का एक ‘मौन प्रयास’ है।
बताया राजनीतिक अजेंडा
दरअसल, दूरदर्शन ने शुक्रवार रात 8 बजे इस फिल्म को टेलीकास्ट किया। यह फिल्म 5 मई 2023 को रिलीज हुई थी। उस समय भी राज्य की लेफ्ट पार्टी ने विरोध किया था। सीपीआई (एम) के राज्य सचिवालय ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने विवादास्पद फिल्म को प्रदर्शित करने का फैसला किया क्योंकि आम चुनाव नजदीक आ रहे हैं। साथ ही यह भी कहा कि BJP अपने राजनीतिक अजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है क्योंकि बीजेपी केरल में पैठ बनाने में असमर्थ थी।
राज्य में सत्तारूढ़ CPI-M की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) ने फिल्म के प्रसारण के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को कड़ा विरोध जताया। तिरुवनंतपुरम में दूरदर्शन कार्यालय तक विरोध मार्च भी निकाला। विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म के प्रसारण के दूरदर्शन के फैसले को वापस लेने का निर्देश देने की मांग की।
बरसे सतीशन
सतीशन ने कहा, यह झूठे दावों पर आधारित दुष्प्रचार से भरी फिल्म है और इसमें राज्य के लोगों की निराशाजनक तस्वीर पेश करने का प्रयास किया गया है।सतीशन ने कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं कि ‘द केरल स्टोरी’ झूठे दावों पर आधारित दुष्प्रचार से भरी फिल्म है और इसमें राज्य के लोगों की निराशाजनक तस्वीर पेश करने का प्रयास किया गया है। मेरा मानना है कि यह देश को सांप्रदायिक रूप से विभाजित करने के संघ परिवार के जहरीले एजेंडे का हिस्सा है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘दूरदर्शन का फैसला सीधे तौर पर केरल के लोगों का अपमान है। यह आदर्श चुनाव संहिता का भी उल्लंघन है, जो धार्मिक आधार पर समाज को विभाजित करने के किसी भी प्रयास को रोकता है।
स्रोत im