देश-विदेश
भारत-नेपाल के बाद अगले साल तक ये 15 देश भी हिंदू राष्ट्र कहलाएंगे?
गोवर्धनमठ पुरी के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि किसी भी नेता की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि, नेपाल एक हिंदू राष्ट्र है। रामनवमी के अवसर पर जनकपुरधाम में आयोजित हिंदू अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत तभी सुरक्षित रहेगा जब नेपाल सुरक्षित होगा। अंतरराष्ट्रीय हिंदू राष्ट्र सम्मेलन यहां पहली बार हुआ।
रामनवमी के ऐन मौके पर पर जनकपुरधाम में जगत जननी माता सीता की जन्मस्थली में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का यह आयोजन कई मायने में महत्वपूर्ण है।रामनवमी के मौके पर नेपाल जनकपुरधाम में अंतरराष्ट्रीय हिंदू राष्ट्र सम्मेलन में साधु- संतों व श्रद्धालुओं का समागम गोवर्धनमठ पुरी के पीठाधीश्वर की नेपाल को चीनी साजिशों से बचके रहने की सलाह दी।
सीता मंदिर के प्रांगण में आयोजित इस सम्मेलन में देश-विदेश के श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस पूरे कार्यक्रम के आयोजक आदित्य वाहिनी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद्र झा रहे। आदित्य वाहिनी के सीतामढ़ी जिला संयोजक बलराम दुबे के अनुसार, इस सम्मेलन में सीतामढ़ी व शिवहर के गांवों से भी लोग बड़ी संख्या में भाग लिए। इस सम्मेलन का संकल्प है कि प्रथम चरण में नेपाल, भारत व भूटान हिंदू राष्ट्र बनेंगे।
जगदगुरु ने कहा-‘नेपाल और भारत की सुरक्षा के लिए एक हिंदू राष्ट्र होना जरूरी है। मुझे नेता की जरूरत नहीं है। नेपाल एक हिंदू राष्ट्र है और रहेगा।
जगतगुरु ने कहा कि भले ही नेपाल और भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में समानताएं हैं, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि, हाल के दिनों में नेपाल चीनी साजिशों में शामिल होता रहा है। नेपाल और भारत का सांस्कृतिक परिदृश्य समान है, विशेष रूप से दोनों देशों के बीच का हिस्सा, अर्थात् मिथिलांचल क्षेत्र, लेकिन चीन की साजिश से मूर्ख मत बनो यह बात कहकर उन्होंने नेपाल को सचेत किया।
शंकराचार्य ने दावा किया कि नेपाल और भारत दोनों ने खुद को हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित कर लिया है और एक साल के भीतर दुनिया के 15 देश खुद को हिंदू राष्ट्र के रूप में स्थापित कर लेंगे। उन्होंने अपनी टिप्पणी के दौरान नेपाल के राजनेताओं को हिदायत भी दी।
स्रोत इंटरनेट मीडिया