देश-विदेश
पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत के हत्यारे को अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर कब मारी गोली, मौत
नई दिल्ली। आपको याद है ना वो सरबजीत सिंह, जिसकी हत्या पाकिस्तान की जेल में कर दी गई थी। अब सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले शख्स अमीर सरफराज तांबा को भी अज्ञात बंदूकधारियों ने घर में घुसकर गोली मार दी है और उसे मौत के घाट उतार दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, अमीर सरफराज तांबा लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में रहता था, जहां मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उसके घर में घुसकर गोलियां बरसा दी। सरफराज को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। अब पाकिस्तान पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।
हाफिज सईद का करीबी था सरफराज
सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले अमीर सरफराज (Amir Sarfaraz) को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी माना जाता था। सरफराज को ‘लाहौर के असली डॉन’ के नाम से जाना जाता था। सरफराज पाकिस्तान में कई संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था और और सरकार और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था।
सरफराज के भाई ने बताया पूरा घटनाक्रम
FIR में सरफराज के भाई जुनैद ने पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार जिक्र किया है। जुनैद ने बताया कि जिस समय अज्ञात बंदूकधारी घर में घुसे, तब वह अपने भाई सरफराज के साथ घर में मौजूद था। जुनैद ने बताया कि वो ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि अमीर सरफराज ऊपर वाले फ्लोर पर था। दोपहर में करीब 12.40 बजे पर 2 अज्ञात लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उसके घर पहुंचे। इसमें से एक व्यक्ति ने हेलमेट पहना था और दूसरे व्यक्ति ने मास्क लगाया था। दोनों ने घर में घुसते ही अमीर सरफराज पर 3 गोलियां चलाई और फरार हो गए।
1990 में गलती से पाक चला गया था सरबजीत
गौरतलब है कि भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को पाकिस्तान ने जासूसी का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था। सरबजीत 30 अगस्त 1990 को गलती से पाक सीमा में चला गया था। तब पाक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया था। पाक पुलिस का दावा था कि भारत के तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है। कई सालों तक पाक जेल में बंद रखने के बाद पाक खुफिया एजेंसी ISI के इशारों पर अमीर सरफराज ने साल 2013 में जेल में सरबजीत की हत्या कर दी थी।
स्रोत im