Connect with us

उत्तर प्रदेश

सावधान। इस फास्ट फूड के सेवन से शरीर को होता है बहुत नुकसान, देखें ये खास रिपोर्ट:-

Advertisement

आजकल फास्टफूड का बाजार खूब फल-फूल रहा है. यह बच्चों से लेकर बड़ों तक का फेवरेट बन गया है. फास्टफूड में ज्यादातर चीजें मैदे से ही बनी होती हैं, जो सेहत को सीधे तौर पर क्षति पहुंचाती हैं.

Advertisement

वैसे तो सभी फास्ट फूड लोगों के पसंदीदा हैं, लेकिन मोमोज सबसे ऊपर है. दरअसल, आजकल हर गली-मोहल्लों और बाजार में आपको सिल्वर के स्ट्रीमर गैस पर चढ़े दिख जाएंगे. इसके इर्द-गिर्द युवा और किशोरों की भारी भरकम भीड़ भी होगी. इसमें से ज्यादातर लोग इसके नुकसान को जानते भी होंगे, लेकिन इसके बाद भी लापरवाह बने हैं. रांची रिम्स के न्यूरो एवं स्पाइन सर्जन डॉ. विकास कुमार ने ट्विटर पर शेयर की एक पोस्ट के मुताबिक, मोमोज आपकी जिंदगी को बर्बाद करने के लिए काफी हैं. ये इंसान को अंदर से खोखला बनाने का काम करते हैं. आइए जानते हैं डॉक्टर की बताईं 5 बड़ी बातें.

कैसे नुकसानदायक है आपका फेवरेट मोमोज?

आंतों के लिए घातक: ज्यादातर किशोर, युवा और महिलाएं शाम होते ही मोमोज का स्वाद लेने दुकानों तक पहुंच जाती हैं. लेकिन ऐसा करना गलत है, क्योंकि मैदे से बने मोमोज आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. बता दें कि, जिस मैदे से मोमोज बनाए जाते हैं, वह गेहूं का ही एक उत्पाद होता है. लेकिन इसमें से प्रोटीन और फाइबर को निकाल लिया है और बाद में सिर्फ मृत starch ही बचता है. यह प्रोटीन रहित मैदा शरीर में जाकर हड्डियों को सोख लेता है. मैदा कई बार ठीक से डाइजेस्ट ना होने पर आंतों में चिपक सकता है और आंतों को ब्लॉक कर सकता है.

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड कांवण मेला। होटल और ढाबा संचालकों को बोर्ड पर नाम लिखना हुआ जरूरी, नियम ना मानने वालों पर.....

किडनी को नुकसान: मोमोज का कई तरह की बीमारियों को दावत देने के लिए काफी है. इनके सेवन से इंसान कई ऐसी बीमारियों के शिकंजे में फंस सकता है, जिनसे निकल पाना बहुत मुश्किल होता है. दरअसल, जिस मैदे से मोमोज बनाए जाते हैं उस मैदा को केमिकल से चमकाया जाता है. इस केमिलकल को बेंजोयल पराक्साइड कहा जाता है. यह रासायनिक बिलीचर वही होता है, जिससे चेहरे की सफाई की जाती है. ऐसे में यह बिलीच हमारी बॉडी में जाकर किडनी और पेनक्रियाज को को नुकसान पहुंचाती है. इसके अलावा यह मैदा डायबिटीज के खतरे को भी बढ़ावा देता है.

यह भी पढ़ें 👉  लालकुआं ब्रेकिंग। चलती ट्रेन में युवक ने चेन स्नेचिंग की घटना को दिया अंजाम, देखें रिपोर्ट:-

ब्लीडिंग का खतरा: प्रोटीन रहित मैदे से बने मोमोज के साथ लाल मिर्च की चटनी को भी सर्व किया जाता है. दरअसल, ये चटनी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है. बता दें कि, इस तरह की उत्तेजक चटनी को खाने से आप पाइल्स और गैस्ट्राइटिस जैसी परेशानियों को मोल ले सकते हैं. इसके अलावा यह चटनी पेट और आंतों में ब्लीडिंग होने के खतरे को भी बढ़ाती है. ऐसे में जरूरी है कि मैदे से बनी चीजों को खाने से परहेज करें.

यह भी पढ़ें 👉  लालकुआं/नैनीताल। टांडा जंगल के गुज्जर झाले में रहने वाले इरफान को इस वजह से DM व CDO ने किया सम्मानित......

वजन का बढ़ना: मैदे से बने मोमोज स्वाद में जितने टेस्टी होते हैं, उतने ही नुकसानदायक भी होते हैं. इनका अधिक सेवन करने से आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. बता दें कि, कुछ मोमोज बेचने वाले लोग टेस्ट को बढ़ाने के लिए केमिकल का भी इस्तेमाल करते हैं. इस केमिकल को मोनोसोडियम ग्लूटामैट कहते हैं. ये रासायनिक केमिकल मोमोज का स्वाद बढ़ाने और सुगंधित बनाने का काम करता है. ऐसे केमिकलयुक्त मैदे को खाने से मोटापा बढ़ना, ब्रेन और नरवर की समस्या, चेस्ट पेन हार्ट रेट और बीपी बढ़ने जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं.

इंफेक्शन का खतरा: आपकी जीभ का स्वाद आपके स्वास्थ्य पर गलत असर डाल सकता है. दरअसल, मोमोज इंफेक्शन और बच्चों में नया खून बनने की प्रक्रिया को धीमा बनाने का काम कर सकता है. इसके अलावा कुछ जगह नॉन-वेज मोमोज भी बनाए जाते हैं. इन मोमोज में अधिकतर डेड एनिमल्स के मीट को मिलाया जाता है या फिर अधिक समय तक रखा रहने से यह नुकसानदायक हो जाता है. इस स्थित में आपको इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है.

More in उत्तर प्रदेश

Trending News

Follow Facebook Page

About

अगर नहीं सुन रहा है कोई आपकी बात, तो हम बनेंगे आपकी आवाज, UK LIVE 24 के साथ, अपने क्षेत्र की जनहित से जुड़ी प्रमुख मुद्दों की खबरें प्रकाशित करने के लिए संपर्क करें।

Author (संपादक)

Editor – Shailendra Kumar Singh
Address: Lalkuan, Nainital, Uttarakhand
Email – [email protected]
Mob – +91 96274 58823