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वृद्धावस्था पेंशन के लिए आ रहा नया पोर्टल नहीं लगाने पड़ेंगे बुजुर्गों को दफ्तरों के चक्कर प्रतीक्षा

सरकार पेंशनर्स की सुविधा के लिए एक नया पोर्टल लेकर आ रही है. इस पोर्टल (Pension Portal) के जरिये पेंशन से जुड़े कई अलग-अलग काम घर बैठे निपटाए जा सकते है।

इससे बुजुर्ग पेंशनर्स को दफ्तरों के चक्कर काटने से आजादी मिलेगी. पेंशन और पेंशनर्स वेलफेयर विभाग ने इसकी जानकारी दी है. यह पोर्टल पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित होगा जो चैटबॉट पर काम करेगा. पोर्टल पर चैट से ही कई सारे काम निपटाए जा सकेंगे. इस पोर्टल की मदद से पेंशन पेमेंट और पेंशन ट्रैकिंग की पूरी जानकारी ली जा सकेगी. पोर्टल से पता चल जाएगा कि खाते में पेंशन आई या नहीं और नहीं आई तो कितने दिन में आ सकती है. यही दोनों चिंता पेंशनर के लिए सबसे बड़ी होती है. सरकार इसका समाधान निकालने के लिए नए पोर्टल पर काम कर रही है।

यह खास तरह का पोर्टल पेंशनर को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजेगा और पेंशन की पूरी जानकारी मुहैया कराएगा. इस पोर्टल पर देशभर की अलग-अलग पेंशन एजेंसियां एक साथ आएंगी जिनके बीच सूचनाओं का लेनदेन होगा. इससे पेंशन जल्द जारी करने में सहूलियत होगी. पोर्टल पर पेंशनर अपनी राय और सलाह भी दे सकते हैं. इससे पेंशन व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी. जो लोग रिटायर हो गए हैं या रिटायर होने वाले हैं, उन्हें पेंशन के आवेदन करने में यह पोर्टल मदद करेगा।
रिटायरमेंट के दिन पूरे होंगे सभी काम

सरकार की कोशिश है कि जिस दिन कर्मचारी रिटायर होता है, उसी दिन रिटायरमेंट का बकाया और पेंशन पेमेंट ऑर्डर जारी कर दिया जाए. नए पोर्टल पर पेंशन पेमेंट की पूरी जानकारी हो सकेगी जिसकी निगरानी सरकारी विभाग भी करेगा. अगर किसी प्रशासनिक कारण से पेंशन रुक रही है तो उसका समाधान भी दिया जाएगा. इस पोर्टल पर पेंशनर की पर्सनल और सर्विस से जुड़ी जानकारी रिकॉर्ड की जाएगी. पेंशन का फॉर्म इस पोर्टल पर ऑनलाइन भरा जा सकेगा. कब और कितने दिनों में पेंशन जारी होगी, इसकी पूरी सूचना पेंशनर को मोबाइल फोन और ईमेल पर दी जाएगी।
प्रमाण पत्र का काम हुआ आसान

पेंशनर के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अब आसान हो गया है. जीवन प्रमाण पत्र जमा किए बिना पेंशन रुकने का डर होता है. पहले इसके लिए बैंक या पेंशन एजेंसी के दफ्तरों में जाना होता था. बुजुर्ग पेंशनर के लिए यह मुश्किल भरा काम है क्योंकि किसी और की मदद से ही यह काम किया जा सकता है. अब डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाना आसान हो गया है. इसके लिए सरकार ने फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक शुरू की है. इस तकनीक की मदद से पेंशनर के चेहरे को वेरिफाई किया जाता है और उसी आधार पर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है. यह डिजिटल प्रमाण पत्र सीधा पेंशन जारी करने वाली एजेंसी में बैंक में भेज दिया जाता है।
फेस ऑथेंटिकेशन प्रोसेस क्या है

फेस ऑथेंटिकेशन का पूरा काम यूआईडीएआई के आधार सॉफ्टवेयर से होता है जिसमें पेंशनर को स्मार्टफोन इस्तेमाल करना होता है. इस तकनीक को आधार की एजेंसी यूआईडीएआई ने जारी किया है. इसके लिए गूगल प्लेस्टोर से आधार फेसआरडी ऐप डाउनलोड करना होता है. इसी ऐप से जीवन प्रमाण फेस एप्लिकेशन डाउनलोड करना होता है. इसके बाद पेंशनर की ईमेल आईडी पर एक लिंक भेजी जाती है जिस पर अपनी जानकारी दर्ज करनी होती है।

मोबाइल पर मिले ओटीपी को दर्ज करना होता है. ऐप पर एक स्क्रीन खुलती है जहां पेंशनर फेस ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया पूरी कर सकता है. इसकी मदद से एक पेंशनर चाहे तो कई पेंशनर के लिए डिजिटल प्रमाण पत्र जारी कर सकता है. यह प्रमाण पत्र पेंशन जारी करने वाले ऑफिस में भेज दिया जाता है जिसके बाद पेंशन रिलीज हो जाती है।

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