उत्तराखंड
लोकसभा चुनाव। इस तिथि को उत्तराखंड में होंगे चुनाव, हेल्पलाइन नंबर भी जारी
चुनाव आयोग ने अपनी प्रेस वार्ता के दौरान चुनाव पर्व को लेकर सभी को बधाई देते हुए तिथियां घोषित कर दी हैं । उत्तराखंड में पहले चरण में चुनाव होंगे ।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार गुप्ता ने तारीख को का ऐलान करते हुए कहा 26 विधानसभा सीटों पर चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव होने हैं 543 सीटों पर होंगे लोकसभा चुनाव होंगे लोकसभा चुनाव के 4 जून को आएंगे नतीजे। सात चरणों में होगा लोकसभा चुनाव होंगे। अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान। पहले चरण 19 अप्रैल दूसरा चरण 26 अप्रैल तीसरा चरण 7 मई चौथा चरण 13 मई पांचवा चरण 20 में छठा चरण 25 में सातवां चरण 1 जून तथा नतीजा 4 जून को घोषित किए जाएंगे। पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 सीटों पर मतदान दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 89 सीटों पर मतदान तीसरे चरण में 7मई को 94 सीटों पर चौथे चरण में 13मई को 96 सीटों में 5 में चरण में 20 मई को 49 सीटोंमें छठे चरण में 25मैंई को 57 सीटों पर तथा एक जून को 57 सीटों पर चुनाव होगे पहले चरण में उत्तराखंड में भी चुनाव होगा।
चुनाव में नफरत के भाषण पर रोक प्यार मोहब्बत से करें कंपनी सोशल मीडिया में बहुत सोच समझ कर लिखें आईटी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई फेक न्यूज़ वालों पर चुनाव आयोग सख्त चुनाव में हेट न्यूज़ की जगह नहीं। विज्ञापन और खबर में अंतर बताना होगा।
इस बार देश में एक करोड़ 80 लाख वोटर पहली बार वोट डालेंगे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार गुप्ता ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि 12 राज्यों में पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर है 42 लाख से अधिक वोटर 85 साल के हैं जो इस बार वोट डालेंगे 1 अप्रैल तक वोटर लिस्ट अपडेट कर ली जाएगी हमें विश्वास है युवा जरूर मतदान करेंगे उन्होंने कहा कि सरकारी खर्चे से विज्ञापन पर रोक लगा दी गई है सरकारी ट्रांसफर, पोस्टिंग पर रोक लगी, उम्मीदवारों को अपने आपराधिक केस बताने होंगे तीन बार अखबार में अपराधिक रिकॉर्ड छपवाना होगा।
चुनाव के दौरान हिंसा का कोई स्थान नहीं सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी 100 मिनट में पैसे बांटने वाले लोगों पर होगा एक्शन. शिकायत मिलने पर होगा सख्त एक्शन. दिव्यांग वाटर घर से डाल सकेंगे वोट, शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1950 जारी ईडी समेत सभी एजेंसी रखेंगी नजर. आरपीएफ और जीआरपी को भी मिली पावर. धन बल इलेक्शन कमीशन गंभीर। संदिग्ध डिजिटल पेमेंट पर भी नजर. सोशल मीडिया पर भी नजर. शोर शराबा कम से कम हो उसके भी प्रयास होंगे। टीवी सोशल मीडिया फेक न्यूज़ चलाने वालों पर भी नजर।