क्राइम
बड़ी खबर। दिग्गज हिंदू नेताओं की हत्या की साजिश के आरोपित मौलाना को पुलिस ने किया गिरफ्तार, देखें रिपोर्ट:-
सूरत पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को एक मौलवी को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, एक हिंदू संगठन के नेता की हत्या की योजना बनाने के आरोप में यह गिरफ्तारी हुई है।
आरोपी मौलवी की पहचान 27 वर्षीय मौलवी सोहेल अबुबक्र तिमोल के रूप में हुई है। पुलिस जांच में पता चला कि वह एक मदरसे में पढ़ाता है।
बता दें कि आरोपी मौलवी को एक टेलीविजन चैनल के मुख्य संपादक के साथ-साथ एक विधायक और पार्टी के पूर्व प्रवक्ता सहित तेलंगाना भाजपा नेताओं को धमकी देने के आरोप में भी पकड़ा गया था।
इन धाराओं में दर्ज मामला
मौलवी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (ए) (धर्म, जाति पर अनुचित अपमान या हमले में शामिल होना), 467, 468 और 471 (दस्तावेजों या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड की जालसाजी से संबंधित) और धारा 120 बी) आपराधिक साजिश के लिए, साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान से भी कनेक्शन
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पिछले 2 साल से पाकिस्तान के डोंगर नाम के शख्स और नेपाल के सहनाज नाम के शख्स के संपर्क में था। पाकिस्तान और नेपाल के दोनों आरोपियों ने आरोपी मौलवी को उकसाया था कि भारत में हिंदू संगठनों द्वारा पैगंबर को लगातार बदनाम किया जा रहा है।
सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि आरोपी को एक हिंदू संगठन के नेता को मारने के लिए पाकिस्तान और नेपाल के लोगों के साथ एक करोड़ रुपये की सुपारी देने और पाकिस्तान से हथियार खरीदने की साजिश रचते पाया गया।
कैसे पकड़ा गया आरोपी मौलवी?
सूरत सिटी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति की हरकत देश विरोधी है और इसलिए उस पर नजर रखी जा रही है। उसे सूरत के चौक बाजार इलाके से हिरासत में लिया गया और उसके मोबाइल की जांच की गई।
वह पाकिस्तान और नेपाल के लोगों से बातचीत कर रहा था। उनकी योजना पहले एक हिंदू संगठन के नेता को निशाना बनाने की थी। आरोपी को पाकिस्तान और नेपाल के उसके आकाओं द्वारा लाओस में एक सिम कार्ड भी उपलब्ध कराया गया था।
सोशल मीडिया का किया गलता इस्तेमाल
आरोपी ने सांप्रदायिक दुश्मनी फैलाने, भारत के राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीरें अपलोड करने और हिंदू धर्म के बारे में पोस्ट या वीडियो में भद्दी टिप्पणियां करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया। उसने गलत इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड बनाया और विदेशी हैंडलर्स से हथियार मंगवाए। गिरफ्तार आरोपी पाकिस्तान, वियतनाम, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, लाओस जैसे विभिन्न देशों के कोड वाले व्हाट्सएप नंबर धारकों के संपर्क में था।
स्रोत im