उत्तराखंड
हड़ताल। खनन व्यवसाईयों ने इस मामले में शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल, जाने क्या है पूरा मामला
लालकुआं। स्टोन क्रशरों द्वारा खनन भाड़ा निर्धारित रेटों से 4 रुपये कम कर देने से आक्रोशित खनन व्यवसाययों ने गोरापड़ाव गेट के सैकड़ो वाहन लालकुआं स्टोन क्रेशर के सामने खड़े कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है, इधर क्रेशर एशोसिएशन ने मामले से अपना पल्ला झाड़ दिया है, वही उप जिलाधिकारी ने स्टोन क्रेशर स्वामियों से वार्ता करने की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को गोरापड़ाव गौला निकासी गेट से निकले सैकड़ो वाहन वही स्थित लालकुआं स्टोन क्रेशर के मुख्य द्वार के सामने खड़े हो गए, वाहन स्वामियों ने चेतावनी दी कि यदि स्टोन क्रेशरों द्वारा पूर्व में तय किए गए 29 रुपए भाड़े से कम रेट दिया गया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे। देर शाम तक उक्त वाहन क्रेशर के सामने ही खड़े थे।
वही वन विकास निगम के डीएलएम धीरेश बिष्ट का कहना है कि गौला नदी के गोरापड़ाव गेट से खनन सामग्री लेकर वाहन निकले और स्टोन क्रेशर के सामने खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि गौला निकासी गेट कल खुले रहेंगे।
कुमाऊं स्टोन क्रेशर एशोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल का कहना है कि स्टोन क्रेशर एशोसिएशन की रेट कम करने के संबंध में कोई बातचीत नहीं हुई है, यदि रेट कम हुए हैं तो स्टोन क्रशर संचालकों का स्वयं का निर्णय होगा, जबकि गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी का कहना है कि स्टोन क्रशरों ने 29 रुपये रेट तय करने के बाद 4 रुपये रेट गिरा दिए हैं, जिससे खनन व्यवसायियों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
यदि सोमवार की दोपहर तक स्टोन क्रशरों ने उक्त रेट पूर्ववत नहीं किये तो गौला नदी के सभी 11 गेट मंगलवार से अनिश्चितकाल तक के लिए बंद कर दिए जाएंगे, इस संबंध में उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा का कहना है कि उक्त मामले को सुलझाने के लिए वह क्रेशर स्वामियों एवं खनन व्यवसायियों से वार्ता कर रहे हैं, साथ ही खनन अधिकारियों को भी मामला सुलझाने के लिए कहा गया है, उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रकरण का निस्तारण कर लिया जाएगा।