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क्राइम

मैजिक पेन से बनाते थे टिकट और गायब हो जाती थी लिखावट, फिर रोडवेज के अधिकारियों ने उठाया ये कदम……

राेडवेज बस में सफर के दौरान परिचालक यात्रियों का मैजिक पेन से टिकट बनाते थे और बाद में सब कुछ लिखा हुआ गायब हो जाता था। मैजिक पेन के इस्तेमाल से परिचालक खुद तो अपनी जेब भर रहे थे, वहीं रोडवेज को भी लाखों रुपये का चूना लगा रहे थे। जब यह मामला खुला तो पता चला कि कई परिचालक इस खेल में शामिल हैं और लंबे समय से यह सब कुछ किया जा रहा है।

जांच शुरू हुई तो ऐसे छह परिचालक पकड़े गए जो मैजिक पेन के इस्तेमाल से रोडवेज को नुकसान पहुंचा रहे थे। अब इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए संविदा सेवा समाप्त कर दी गई है। कानूनी कार्यवाही के लिए आगे की प्रक्रिया भी इनके खिलाफ शुरू की गई है।

सिविल लाइंस डिपो के रोडवेज बस के कंडक्‍टर कर रहे थे फर्जीवाड़ा

सिविल लाइंस डिपो में मैजिक पेन के इस्तेमाल से टिकट काटने और फिर टिकट का पैसा डकार जाने की शिकायत अधिकारियों तक पहुंची थी। शिकायत पहुंचने के बाद जांच शुरू हुई प्रयागराज परिक्षेत्र के 995 कंडक्टर ओके मार्ग पत्र को अल्ट्रावायलेट लैंप के जरिए जांचा गया। इस जांच के दौरान छह परिचालकों के मांग पत्र में गड़बड़ी नजर आई। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इन 6 परिचालकों ने मैजिक पेन के इस्तेमाल से लाखों रुपए का रोडवेज को चूना लगाया है और अपनी जेब भरी है।

छह परिचालकों की सेवा हुई समाप्त

सिविल लाइंस डिपो के एआरएम सीबी राम ने बताया कि जांच के दौरान 6 संविदा परिचालक विवेक कुमार यादव, विनय कुमार भारती, चंदन यादव, प्रवीण कुमार तिवारी, सुनील कुमार चौधरी, शुभम त्रिपाठी द्वारा मैजिक पेन का प्रयोग कर रोडवेज को लाखों रुपये का चूना लगाने के मामले में दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ तैयार की गई जांच रिपोर्ट के आधार पर सभी की संविदा समाप्त कर दी गई है। इनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

मैजिक पेन से कैसे करते थे फर्जीवाड़ा

इन परिचालकों ने मैजिक पेन से यात्री का टिकट काटा यात्री ने अपने गंतव्य तक का किराया दिया लेकिन, बाद में केमिकल के इस्तेमाल से मैजिक पेन की स्याही को परिचालक ने अपने मार्ग पत्र से गायब कर दिया । बाद में अपनी मनमर्जी से दूरी घटाकर और किराया कम करके मांग पत्र पर जानकारी भर दे। इससे प्रति यात्री के पीछे उन्हें अच्छा खासा पैसा मिलता रहा। लंबे समय तक यह खेल चला और जब यह मामला खुला तो सिविल लाइंस डिपो के छह संविदा परिचालक ऊपर कार्यवाही की गई है।

क्या होता है मैजिक पेन

मैजिक पिन सामान्य दिनों की तुलना में थोड़ा विशेष होती है। वह विशेषता इसकी बनावट में नहीं बल्कि इसकी स्याही में होती है। सामान्य पेन की तरह ही दिखने वाली मैजिक पेन की स्याही में केमिकल का इस्तेमाल होता है। यही केमिकल मैजिक पेन को विशेष बना देता है। इस पेन से जब टिकट पर कुछ लिखा जाता है तो वह आम आंखों से साफ-साफ दिखाई पड़ता है लेकिन केमिकल डाल कर उसे साफ कर दिया जाता है, जिससे पता ही नहीं चलता कि यहां पहले कुछ लिखा गया था।

उसके बाद उस पर जो चाहे वह लिखा जा सकता है। इसके अलावा कुछ मैजिक पेन अल्ट्रावायलेट लाइट से जुड़ी होती है यानी कागज पर कुछ लिखने के बाद सामान्य आंखों से वह नहीं दिखेगा लेकिन अल्ट्रावॉयलेट लाइट के पढ़ते ही जो कुछ लिखा है वह दिखाई पड़ने लगेगा।

स्रोत इंटरनेट मीडिया

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